उन्नाव बलात्कार पीड़िता की हालत अति नाजुक, वेंटीलेटर पर रखा गया है -घायल पीड़िता के वकील को भी एम्स में कराया गया भर्ती -सुरक्षा के घेरे में रखा गया है दोनों घायलों को -एम्स जेपीएन ट्रामा सेंटर में चल रहा है उपचार

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ज्ञान प्रकाश नई दिल्ली , यहां अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के जेपीएन ट्रामा सेंटर में उन्नाव सामूहिक बलात्कार पीड़िता की हालत अति नाजुक है। उसे जीवन रक्षक पण्राली (वेंटीलेटर) पर रखा गया है। अस्पताल प्रशासन ने देर सायं जारी बुलेटिन में यह जानकारी दी। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद सोमवार रात युवती को लखनऊ से दिल्ली के एम्स के जेपीएन सेंटर में शिफ्ट किया गया है। दिल्ली यातायात पुलिस ने कल लखनऊ से दिल्ली लायी गयी पीड़िता को इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से एम्स पहुंचाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया था और 14 किलोमीटर की दूरी महज 18 मिनट में तय करने में मदद की थी। इस बीच दोपहर विशेष विमान से केजीएमसी लखनऊ में उपचाराधीन पीड़िता के घायल वकील को भी यहां भर्ती कराया गया। उसकी हालत भी गंभीर बताई गई।
एम्स ट्रॉमा सेन्टर के निदेशक एवं अस्थि शल्यक्रिया विभाग के अध्यक्ष डा. राजेश मल्होत्रा ने कहा वह बीमार है, जीवन रक्षक पण्राली पर है और रक्तचाप सामान्य बनाए रखने के लिए उसे दवाओं की जरु रत पड़ रही है। मरीज की हालत नाजुक है और विभिन्न क्षेत्रों के डॉक्टरों की टीम उसका इलाज कर रही है। मरीज को ला रही एम्बुलेंस को ‘फ्री पैसेज’ मुहैया कराया गया। एम्बुलेंस टर्मिंनल-1 से रात नौ बजे रवाना हुई और 9 बजकर 18 मिनट पर एम्स ट्रॉमा सेन्टर पहुंची।’ बीते चौबीस घंटे के दौरान उसकी कई चरणों में जांच की गई जिसकी रिपोर्ट्स में स्थिति का आकलन किया गया, जिसमें उसके शरीर के अंदरूनी अंग मसलन दिमागी कोशिकाएं, फेफड़े, आंतों और शरीर के स्पाइनल कॉड बुरी तरह से क्षतिग्रस्त है। इस आधार पर एक डाक्टर ने कहा कि उसकी हालत को हर संभव सामान्य करने के लिए उपचार किया जा रहा है। स्नायु तंत्रिका, अस्थि शल्यक्रिया, इंटरनल मेडिसिन, अंत:स्रवी ग्रथी विशेषज्ञों की टीम निगरानी में उसका इलाज किया जा रहा है।
वकील की हालत गंभीर:
घायल वकील महेंद्र सिंहको वेंटीलेटर से हटा दिया गया है। लेकिन सिर में लगी चोट के कारण अभी वह खतरे से बाहर नहीं है। वह अभी भी कोमा में हैं। उनके गले में छोटा सा छेद करके (ट्रैकियोस्टोमी) टयूब द्वारा ऑक्सीजन दी जा रही है। डा. मल्होत्रा ने कहा कि जब कोई भी मरीज चार दिन से ज्यादा वेंटीलेटर पर रहता है तो उसे ऑक्सीजन देने के लिए ट्रैकियोस्टोमी विधि का इस्तेमाल किया जाता है। इससे पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन भी मरीज को मिलती रहती है और फेंफड़ों आदि की सफाई करने में भी आसानी होती है।
मालीवाल पहुंची एम्स:
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने एम्स में पीड़िता के परिजन से मुलाकात की। मालीवाल लखनऊ अस्पताल में भी पीड़िता और उसके परिजन से मिलने गयी थीं। एम्स में परिजन से मिलने के बाद मालीवाल ने कहा उन्नाव बलात्कार पीड़िता की मां से मिली। बच्ची की स्थिति गंभीर बनी हुई है। डॉक्टरों का कहना है कि उसे न्यूमोनिया हो गया है, उसके जीवन को खतरा है। उसकी मां बहुत परेशान हैं। आयोग की टीम पिछले 24 घंटे उसे उसके परिवार के साथ है और वहीं रहेगी। हम हर संभव मदद करेंगे।
यह भी:
रायबरेली में बीते सप्ताह कार और ट्रक की टक्कर में गंभीर रूप से घायल हुई पीड़िता को उच्चतम न्यायालय के आदेश पर लखनऊ से सोमवार को एम्स लाया गया। 28 जुलाई को हुए इस हादसे में पीड़िता और उसके वकील गंभीर रूप से घायल हो गए थे जबकि उसकी दो महिला रिश्तेदारों की मौत हो गई थी।
ज्ञान
दिल्ली से विशेष एयर एंबुलेंस सुबह दस बजे लखनऊ पहुंची। सवा दस बजे घायल वकील को केजीएमयू से विशेष एम्बुलेंस से लखनऊ हवाईअड्डा रवाना कर दिया गया। केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर प्रभारी डॉ संदीप तिवारी ने मंगलवार सुबह को बताया कि घायल वकील महेंद्रंिसह को वेंटीलेटर से हटा दिया गया है। लेकिन सिर में लगी चोट के कारण अभी वह खतरे से बाहर नहीं है। वह अभी भी कोमा में हैं। उनके गले में छोटा सा छेद करके (ट्रैकियोस्टोमी) टयूब द्वारा ऑक्सीजन दी जा रही है। उन्होंने कहा कि जब कोई भी मरीज चार दिन से ज्यादा वेंटीलेटर पर रहता है तो उसे ऑक्सीजन देने के लिये ट्रैकियोस्टोमी विधि का इस्तेमाल किया जाता है। इससे पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन भी मरीज को मिलती रहती है और फेंफड़ों आदि की सफाई करने में भी आसानी होती है। बलात्कार पीड़िता और वकील पिछले सप्ताह कार और ट्रक की टक्कर में बुरी तरह जख्मी हो गए थे। दुर्घटना में पीड़िता की दो महिला रिश्तेदारों की मौत हो गई थी।

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