ज्ञान प्रकाश नयी दिल्ली , राष्ट्रपति राम नाथ को¨वद ने महिला सशक्तीकरण में विशेष योगदान करने के लिए शुक्रवार को 44 महिलाओं और संस्थानों को नारी शक्ति पुरस्कार 2018 प्रदान किये।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक विशेष समारोह में देश में महिलाओं का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘नारी शक्ति पुरस्कार, 2018 प्रदान किये गये। यह पुरस्कार महिलाओं की उपलब्धियों को सम्मान देने के लिए महिलाओं और संस्थानों को दिया जाता है जिन्होंने महिला सशक्तीकरण और सामाजिक कल्याण में उल्लेखनीय योगदान किया हो। इस वर्ष इन पुरस्कारों के लिए लगभग एक हजार नामांकन में से 44 महिलाओं और संस्थानों का चयन किया गया है।
इस अवसर पर केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंी मेनका गांधी ने कहा, ‘‘जिन महिलाओं को इस पुरस्कार से नवाजा जा रहा है वे सारी बदलाव की प्रतीक हैं। यह देश में महिला विकास से महिला-नीत विकास के बदलाव का सूचक है। उन्हेंने कहा, ‘‘ मैं उन सभी को उनकी उपलब्धियों के लिए बधाई देती हूं। मैं इस बात पर ध्यान दिलाना चाहूंगी कि इन पुरस्कारों के लिए हमें देश भर से सभी क्षेाों में काम करने वाली महिलाओं के कई नामांकन मिले। किसी भी क्षेा को अछूता नहीं छोड़ा गया है। महिलाओं ने अपनी अमिट छाप छोड़ी है। मैं नामांकन भेजने के लिए सभी संबंधितों महिलाओं एवं महिलाओं के विकास के लिए काम करने वाली संस्थाओं को धन्यवाद देती हूं और हमें आप सब महिलाओं ने अपने उल्लेखनीय काम के बारे में विस्तार से बताया है। मैं उनमें से हर एक के योगदान की सराहना करती हूं और आशा करती हूं कि वे बेहतर समाज के लिए आगे भी काम करना जारी रखेंगी।’’
इस वर्ष के नारी शक्ति पुरस्कार से वन स्टॉप सेंटर (ओएससी) और एक ऐसे राज्य को सम्मानित किया गया है, जिसने बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना के तहत जन्म के समय बाल लिंगानुपात में सुधार करने में कार्य किया और असाधारण प्रगति दिखाई है। सरकार सभी जिलों में ¨हसा प्रभावित महिलाओं के लिए वन स्टॉप सेंटर स्थापित कर रही है।
नारी शक्ति पुरस्कार, 2018 के लिए नामांकन आमांित करने के लिए देश भर के प्रमुख समाचार पाों में विज्ञापन दिये गये थे। इस वर्ष स्व-नामांकन का भी स्वागत किया गया। नामांकनों में से चयन करते समय इस बात का विशेष ध्यान रखा गया कि कमजोर और हाशिए पर रहने वाली महिलाओं को सशक्त बनाने में उनका कितना योगदान है। इस वर्ष पुरस्कार पाने वालों में वैज्ञानिक, उद्यमी, पर्यावरणविद, सामाजिक कार्यकर्ता, किसान, कलाकार, राजमिसी, महिला समुद्री पायलट, महिला कमांडो ट्रेनर, पाकार और फिल्म निर्माता और कई अन्य लोग भी शामिल हैं, जिन्होंने कठिन चुनौतियों का सामना किया।