ज्ञानप्रकाश
नई दिल्ली , अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर शुक्रवार को एक शर्मनाक घटना सामने आई है। सफदरजंग अस्पताल में महिला शौचालय के डस्टिबन में एक खून से लथपथ नवजात मिला। अस्पताल प्रशासन ने दावा किया है कि कोई महिला बच्चे को अस्पताल के शौचालय के डस्टिबन में फेंक कर चली गई। अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि बच्चा शुक्रवार को ही पैदा हुआ था। बच्चे का अस्पताल में इलाज चल रहा है और फिलहाल उसकी स्थिति बेहतर हो रही है। बच्चे को नर्सरी में रखा गया है। अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. राजेंद्र शर्मा का कहना है कि फिलहाल मामले की जांच की जा रही है कि बच्चे को शौचालय में कौन छोड़कर गया है। बच्चे की हालत ठीक हो जाने पर संबंधित एजेंसियों से बात कर उसे गोद लेने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
मचा हडकंप:
शुक्रवार को अस्पताल की इमरजेंसी में उस वक्त हड़कंप मच गया जब खून से लथपथ एक नवजात डस्टिबन में रोता मिला। अस्पताल के एक डॉक्टर के मुताबिक मामला दोपहर एक बजे के करीब का है। इमरजेंसी के निचले तल पर महिला शौचालय में दोपहर करीब एक बजे एक महिला कर्मचारी गई तो उसने वहां फर्श पर खून पड़ा देखा और एक बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी। हालांकि शौचालय में कोई बच्चा दिखाई नहीं दिया। इसके बाद महिला कर्मचारी की नजर शौचालय में रके डस्टिबन के पास गई तो पता चला वहां खून पड़ा हुआ है और बच्चे के रोने की आवाज भी वहां से आ रही है। इसके बाद अंदर देखा तो खून से लथपथ एक नवजात डस्टिबन में पड़ा था। महिला ने इसकी जानकारी अस्पताल प्रशासन को दी और फौरन बच्चे को इमरजेंसी के पीडियाट्रिक आईसीयू में ले जाया गया। डॉक्टरों ने बताया कि बच्चे का इलाज किया जा रहा है और फिलहाल उसकी हालत स्थिर है। उसे शाम को नर्सरी में पहुंचा दिया गया। अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक राजेंद्र शर्मा ने बताया कि फिलहाल बच्चे को शौचालय में कौन छोड़कर आया, इस बारे में जांच की जा रही है और बच्चे की हालत पहले से बेहतर है। इस बच्चे को उसके स्वस्थ होने तक अस्पताल की नर्सरी में ही रखा जाएगा। इसके बाद अस्पताल प्रशासन संबंधित एजेंसियों को इसकी सूचना देकर बच्चे को गोद लेने की प्रक्रिया का पालन करेंगे।
आरएमएल के शौचालय में मिला था भ्रूण:
सफदरजंग अस्पताल से पहले पिछले साल जुलाई में राममनोहर लोहिया अस्पताल के शौचालय में भी एक नवजात का भ्रूण मिला था। एक महिला कर्मचारी को आपातकालीन इकाई के शौचालय में मृत भ्रूण मिलने की सूचना मिली थी। इसके बाद अस्पताल के लेबर रूमों की सुरक्षा बढ़ाने की बात हुई थी लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है।
इस मामले पर सफदरजंग अस्पताल के MS ने क्या कहा पढ़िए –
दोपहर एक बजे शौचालय में नवजात मिला था। उसका उपचार किया जा रहा है और वह स्वस्थ है। जल्द ही उसके गोद लेने की प्रक्रिया शुरू करेंगे
डा. राजेंद्र शर्मा, चिकित्सा अधीक्षक, सफदरजंग अस्पताल