ज्ञान प्रकाश नई दिल्ली, अक्सर आप मरीज के रिश्तेदारों द्वारा डाक्टरों की कथित तौर पर इलाज में लापरवाही के बाद पिटाई की खबर सुर्खियों में रहती थी लेकिन शनिवार को दिल्ली सरकार के पूर्वी दिल्ली स्थित हेडग्रेवार हास्पिटल में इसके उलट देखा गया। यहां पर डाक्टर ने एक मरीज की पिटाई कर दी। खास यह है कि यह आरोप है कि गर्भवती मरीज ने प्रसव के समय लेबर रूम में पीटने का लगाया है। इस बाबत पीड़ित ने अस्पताल प्रशासन और 100 नंबर पर पीसीआर में शिकायत की है।
क्या है मामला:
पूर्वी दिल्ली के राधेपुरी निवासी कुमार गौरव के अनुसार शनिवार को उनकी पत्नी बुलबुल को प्रसव का दर्द उठा तो उसे पास के हेडगेवार अस्पताल ले जाया गया। उसके पहले से दो बच्चे हैं और बुलबुल तीसरी बार गर्भवती हुई थी। इसकी जानकारी मिलने के बाद अस्पताल के एक पुरु ष और एक महिला चिकित्सक ने उन्हें काफी खरी खोटी सुनाई। यही नहीं सुबह करीब करीब 11. 30 बजे बुलबुल ने नवजात शिशु को जन्म दिया। लेकिन लेबर रूम के बाहर ही मौजूद परिजनों की इसकी सूचना करीब डेढ़ बजे दी गई। प्रसव के बाद नवजात को करीब डेढ़ घंटे तक बिना कपड़े के ही रखा गया। इस दौरान उनकी पत्नी नवजात को ढकने के लिए लगातर गुहार लगाती रही, लेकिन किसी ने भी उसकी एक नहीं सुनी।
शिकायत में:
गौरव ने दी शिकायत में काफी संगीन आरोप लगाए हैं। जिसमें कहा गया है कि तीसरे बच्चे की बात पता लगने के बाद डॉक्टरों का व्यवहार पूरी तरह से बदल गया था। लेबर रूम में प्रसव के बाद टांके लगाते समय डॉक्टर और नर्स ने मरीज को कई घूंसे मारे। इसके साथ ही मरीज को बार बार यह धमकी दी गई कि उसने अगर इसकी शिकायत की तो, उसके और उसके बच्चे को कोई भी डॉक्टर नहीं देखेगा। इससे बच्चा मर भी सकता है। उधर, प्रसूति यूनिट एक की डा. महिमा ने कहा बुलबुल ने तीसरी फेमेल बेबी को जन्म दिया। इसलिए वह अनलर्गत इल्जाम लगा रहे हैं। हालांकि इस पर अस्पताल के चिकित्सा अधिक्षक डा. सुशील कुमार ने दावा किया कि सायं 7 बजे तक उनके पास ऐसी शिकायत नहीं मिली है। यदि शिकायत मिलेगी तो मामले की गंभीरता पूर्वक जांच की जाएगी। दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।