संघ की कार्यपण्राली पर कई देश कर रहे हैं शोध : अनिल

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भारत चौहान
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को दुनिया का सबसे बड़ी स्वंयसेवी संगठन होने का दावा करते हुये क्षेा प्रचारक अनिल ने आज कहा कि राष्ट्र प्रेम की अलख जगाने वाले संघ की कार्यपण्राली पर वि के कई देश शोध कर रहे हैं।
भारतीय नववर्ष प्रतिपदा के अवसर पर श्री अनिल ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ आज दुनिया का सबसे बड़ा स्वयंसेवी संगठन है। अब हमें चलना नहीं दौड़ना है। भारत को वि पटल पर स्थापित करना है। संघ इस स्थिति में है कि कोई उससे टकरा नहीं सकता है हालांकि बाधा बनने का प्रयास भले करे।
उन्होंने कहा कि संघ संस्थापक डॉ हेडगेवार के त्याग और तपस्या का परिणाम है कि आज भारत की भक्ति को जगाने वाले कार्यकर्ता वि भर में तथा देश के कोने में खड़े हैं। इस स्थिति को देखकर दुनिया के कई देशों में छा संघ के कार्यपण्राली पर शोध कर रहे हैं।
श्री अनिल ने बताया कि पिछले दिनों पूर्वोत्तर के इतिहास में पहली बार सर संघचालक के कार्यक्रम में 40 हजार लोग एक कार्यक्रम में शामिल हुए। क्षेा प्रचारक ने कहा कि बड़े ही निराशावादी माहौल में डॉ हेडगेवार ने संघ की स्थापना की। पहली बार नागपुर में मा 150 स्वयंसेवको का संचलन निकला तो बड़ा उपहास हुआ। एक समय था देश के विभिन्न हिस्सों में भारतीय नव वर्ष पर गिने चुने लोग कार्यक्रम में हुआ करते थे लेकिन आज पूरा समाज खड़ा है। इसमें सोशल मीडिया और मिडिया की भी बडी भूमिका है। बड़े शहरों में बड़े बड़े आयोजन अनेक संगठनों की तरफ से किये जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अक्सर हम चीन और पाक की गतिविधियों से चिंतित होते हैं। कुछ समय पहले चीन की सीमा पर 34 कार्यकर्ताओं का एक वर्ग लगा तो चीन में हलचल बढ़ जाती है। वहां की मीडिया में खबरें चलने लगीं कि संघ सीमा पर अपनी फ़ौज खड़ी कर रहा है।

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