ज्ञानप्रकाश
नई दिल्ली ,आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का हर रविवार 10 बजे 10 मिनट डेंगू, चिकनगुनिया (मच्छर जनित) रोगों उन्मूलन के प्रति शुरू किया गया महाभियान रंग लाने लगा है। संबंधित स्वास्थ्य एजेंसियों की सक्रियता भी इस अभियान से बढ़ी है। सप्ताहभर के दौरान दक्षिण दिल्ली नगर निगम के सहयोग से चलाए गए सघन अभियान के तहत 94 हजार से ज्यादा घरों में लार्वा पाए गए।
स्वास्थ्य सचिव संजीव खिरवार इसे जागरुकता अभियान का अहम् सफालता मानते हैं। उनका कहना है कि यह रिपोर्ट एसडीएमसी तैयार करती है। इसमें निदेशालय स्वास्थ्य सेवाएं, निजी अस्पताल व अन्य स्वास्थ्य एजेंसियां डाटा जारी करने में सहयोग करती है। एमसीडी के डीबीसी कर्मचारियों को जांच के दौरान 94 हजार 551 घरों में लार्वा पनपता मिला। इसमें सबसे ज्यादा 36 हजार 050 साउथ, 34 हजार 089 नॉर्थ और 24 हजार 412 ईस्ट एमसीडी के घर हैं। कुछ 7 हजार 489 के खिलाफ एमसीडी ने कार्रवाई की है।
राजधानी दिल्ली में डेंगू के मरीजों की तादाद में बढ़ोतरी होनी शुरू हो गई है। बीते सप्ताह 17 नए मामलों की पुष्टि हुई, जोकि इस साल में किसी सप्ताह में आए मामलों में सबसे ज्यादा है। डेंगू के अलावा मलेरिया के मामलों में भी तेजी से बढ़ोतरी हुई है, जबकि चिकनगुनिया के मामले इस साल कम रिपोर्ट हो रहे हैं।
एसडीएमसी की रिपोर्ट:
जलजनित बीमारियों के संबंध में आई एमसीडी की साप्ताहिक रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली में इस सप्ताह डेंगू के 17 नए मामले सामने आए हैं। इनमें से 9 मरीज ऐसे हैं जिनके बारे में पता नहीं चल पाया है कि वह कहां के हैं। वहीं साउथ एमसीडी इलाके से 4 और एनडीएमसी, नॉर्थ एमसीडी, ईस्ट एमसीडी और दिल्ली कैंट एरिया से 1-1 मरीज की पुष्टि हुई है।
इस वर्ष अब तक:
1 जनवरी से लेकर 31 अगस्त तक डेंगू के कुल मरीजों की तादाद 92 हो चुकी है। इस सप्ताह दिल्ली के अस्पतालों में बाहर के राज्यों के 75 मरीजों की पुष्टि हुई है। दो मरीज ऐसे हैं जिनका पता अस्पतालों ने एमसीडी को उपलब्ध नहीं कराया। डेंगू के अलावा मलेरिया के 31 अगस्त तक 154 मरीजों की पहचान हुई है। इसमें से 23 बीते सप्ताह ही सामने आए हैं। वहीं चिकनगुनिया के इस साल 22 मामले ही सामने आए हैं, जिसमें से 1 मरीज की पुष्टि बीते सप्ताह हुई।
यह भी:
वर्ष 2019 में 31 अगस्त तक डेंगू के 92 मामले, वर्ष 2018 में इस दौरान 82, वर्ष 2017 में 140, वर्ष 2016 में 145, वर्ष 2015 में 23, वर्ष 2014 में 49 मामले दर्ज किए गए थे।