ज्ञान प्रकाश नई दिल्ली , केंद्र सरकार के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के लिए नव निर्मित ईस्ट किदवई नगर के ई ब्लाक के टावर 16 में रहने वाली 17 वर्षीय श्रुजना की डेंगू फीवर से हुई संदिग्ध मौत के मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दावा किया कि उसकी मृत्यु की वजह दरअसल, कोई अन्य बीमारी हो सकती है। उन्होंने इस बारे में मृतक श्रुजना का उपचार करने वाले मैक्स साकेत अस्पताल द्वारा जारी एक रिपोर्ट्स का भी हवाला दिया। मैक्स लैब ब्लड बैंक सेवाएं के निदेशक डा. पूनम एस दास, चिकित्सा निदेशक डा. दिलीप कुमार व पैथालॉजी एंड इम्यूनो हेपेटालॉजी विभाग के प्रमुख डा. निति दयाल द्वारा जारी नैदानिक रिपोर्ट के हवाले से दावा किया है कि बच्ची का इलाज इसके पहले केंद्र सरकार स्वास्थ्य योजना के तहत पॉली क्लीनिक चल रहा था। प्लेटलेट्स संख्या कम होने और निरंतर तेज बुखार रहने, रेसिस पड़ने की वजह से उसे मैक्स रेफर किया गया। लेकिन इसके इतर मृतक के परिजन सरकार के इस दावे से इत्तेफाक नहीं रखते हैं उनका कहना है कि जब उसे मैक्स के डेंगू फीवर आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया था तब डाक्टरों ने उसके रक्त के नमूने लिए थे जिसमें डेंगू पोजिटिव होने की पुष्टि की थी। इसी वजह से उसे प्लाज्मा भी चढ़ाया गया। बहरहाल, इस मामले में दक्षिण दिल्ली नगर निगम के अधिकारी भी सच जानने के लिए कुछ दस्तावेज मृतक के परिजनों से लिए हैं। साथ ही मैक्स प्रशासन से भी स्थिति स्पष्ट कर रहे हैं। चूंकि बच्ची के शव का पोस्ट मार्टम नहीं किया गया है इस वजह से फोरेंसिक एक्सपर्ट्स का तर्क है कि सच्चाई पता लगाना मुश्किल होगा।
स्वस्थ्य निरीक्षकों की टीम पहुंची मौके पर लिए नमूने:
इस घटना के बाद दरअसल, ट्वीट वार शुरू हो गया था। इसके बाद मंगलवार को किदवई नगर बहुमंजिले विंग में नई दिल्ली नगर पालिका परिषद के स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची। इसमें मख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के करीबी और एनडीएमसी में सलाहकार गोपाल भी शामिल थे। मौके पर मौजूद अधिकारी ने कहा कि यह बहुमंजिला विंग बीते साल ही केंद्रीय कर्मचारियों को आबंटित किए गए थे। जहां पर निर्माण कार्य अब भी जारी है। कई क्षेत्रों में डेंगू के लार्वा का प्रजनन पाया गया। इस बीच विभिन्न क्षेत्रों में मच्छर रोधी कीटनाशक दवाओं का छिडकाव करने के साथ ही पानी की टंकियों, कुलर, एसी की जांच भी की गई। डेंगू जनति एडीज एजिप्टाई मच्छरों के डंक को निष्क्रय करने वाला फॉगिंग भी की गई। करीब 10 हजार फ्लैट्स की सुविधा के तहत 12 से 14 मंजिली इमारते बनाई गई है।