हिंदुराव के बर्खास्त डाक्टर का मुद्दा पहुंचा एलजी, सीएम दरबार में -डीएमए ने किया अनुरोध कहा जल्द बहाली हो

0
638

ज्ञान प्रकाश नई दिल्ली , उत्तरी दिल्ली नगर निगम (एनडीएमसी) के हिंदुराव अस्पताल में निकाले गए जूनियर रेजिडेंट डा. पीयूष पुष्कर सिंह का मामला अब उपराज्यपाल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के दरबार में पहुंच गया है। राजधानी में एलोपैथ डाक्टरों की शीषर्स्थ संस्था दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डा. गिरीश त्यागी ने भेजे पत्र में अनुरोध किया है एनडीएमसी आयुक्त द्वारा की गई नौकरी निकालने की कार्रवाई अनुचित और असैंधानिक है। बता दें कि डा. सिंह पर आरोप है कि उन्होंने अस्पताल से संबंधित गुप्त सूचनाएं सार्वजनिक की थी लोगों द्वारा डोनेट किए गए पीपीई किट्स को अपना बताकर बांटा। 14 अप्रैल को उन्हें बर्खास्त कर दिया गया था।
डाक्टर का क्या है तर्क:
लेकिन आरोपी डाक्टर का कहना है कि मैंने पीपीई किट्स चोरी किए हैं, यह कहना गलत है। मैं एंटी कोरोना टास्क फोर्स का चीफ मेडिकल पीआरओ भी हूं, उसी के तहत ये किट्स मुझे मिले थे। मेरे पिताजी ने भी किट्स खरीदने के लिए पैसे दिए थे। हिंदूराव में न तो कोई मेडिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर है और न ही डॉक्टर और मरीजों के लिए कोई सुविधा है। एमसीडी कमिश्नर यह नहीं चाहती कि अस्पताल की समस्या कोई बताए। जो भी समस्याओं को लेकर आवाज उठाता है, उसे टर्मिंनेशन की धमकी दी जाती है। टर्मिंनेट करने से पहले मुझे नोटिस तक नहीं दिया गया।
डीएमए अध्यक्ष डा. गिरीश त्यागी ने इन तथ्यों का हवाला देते हुए उपराज्यपाल और मुख्यमंत्री से उनकी सेवाएं तत्काल प्रभाव से बहाल करने का अनुरोध किया है। उधर, इस बारे में एनडीएमसी आयुक्त वष्रा जोशी का कहना है कि अलग-अलग लोगों ने अस्पताल कोजो पीपीई किट्स डोनेट किए थे, उसे वह अपनी उपलब्धिबताकर बांट रहे थे। यह अनुचित है इसलिए उन्हें टर्मिनेट किया गया है। उधर, रेजिडेंट डॉक्टर्स असोसिएशन आरडीए (आरडीए) के पदाधिकारियों ने नॉर्थ एमसीडी अफसरों के इस कदम की निंदा की है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here