ज्ञान प्रकाश नई दिल्ली, फिलहाल देशभर में सरकारी लैब्स ही कोरोना वायरस टेस्ट कर रही हैं लेकिन इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक अब देशभर की कुछ प्राइवेट लैब्स भी टेस्ट कर सकेंगी। देश की करीबन 50 से 60 प्राइवेट लैब्स को इसके लिए चुना गया है। यह सभी एनएबीएच एक्रिडेटेड होंगी।
आईसीएमआर के डायरेक्टर जनरल डॉ़ बलराम भार्गव ने बताया कि अभी देशभर में सरकारी लैब्स में ही सैंपल टेस्ट किए जा रहे हैं। इनकी रोजान की क्षमता 5 हजार टेस्ट करने की है। फिलहाल केवल उन्हीं लोगों के सैंपल लेकर टेस्ट किए जा रहे हैं जिनकी ट्रेवल हिस्ट्री है या फिर जो ट्रेवल हिस्ट्री वाले व्यक्ति के सीधे संपर्क में आया है। अब उन लोगों की भी जांच की जाएगी जिनकी ना तो ट्रेवल हिस्ट्री है और ना ही वह किसी ट्रेवल हिस्ट्री वाले के संपर्क में आए हैं। कई जगह ऐसा हो रहा है कि लोगों में लक्षण तो हैं लेकिन उनकी कोई ट्रेवल हिस्ट्री ना होने की वजह से सैंपल नहीं लिए जा रहे। ऐसे में प्राइवेट लैब्स को शामिल करने का मकसद यही है कि उन लोगों के सैंपल भी टेस्ट किए जा सकें जिनकी ट्रेवल हिस्ट्री नहीं है, ना ही ट्रेवल हिस्ट्री वाले किसी व्यक्ति के संपर्क में आए हैं लेकिन उनमें लक्षण हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि अब कम्युनिटी में भी इसके फैलने का डर है। इन लैब्स को शामिल करके दिन में कई ज्यादा सैंपल की जांच की जा सकेगी और सभी लोगों की जांच हो सकेगी। प्राइवेट लैब्स में जांच का खर्च केंद्र सरकार द्वारा उठाया जाएगा।
कोरोना: अब प्राइवेट लैब्स भी कर सकेंगी जांच, देशभर की 50 से ज्यादा लैब्स को मिली अनुमति
फिलहाल सरकारी लैब्स ही कर रही हैं टेस्ट - यह सभी प्राइवेट लैब्स हैं एनएबीएच एक्रिडेटेड