भारत चौहान नई दिल्ली, युवा चिकित्सा स्नातकों को सर्जरी का प्रशिक्षण देने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता (आर्टिफिशयल इंटेलीजेंस) आधारित ‘ओपन ऑथरेपेडिक सर्जरी सिम्युलेटर’ की देश से शुरूआत की गई है। चिकित्सकों का कहना है कि यह तकनीक भारतीय परिस्थितों के लिहाज से काफी बेहतर है जहां चिकित्सक और मरीज के बीच अनुपात विभर में सबसे कम है। इससे ऐसा वातावरण बनाने में सहायता मिलेगी जहां केवल प्रशिक्षित हाथ ही सर्जरी करते हैं। मेडअचीवर्स एकैडमिक काउंसिल और लैबइंडिया हेल्थकेयर द्वारा लॉन्च यह तकनीक कुछ मेडिकल कॉलेजों में स्नातक तथा परास्नातक स्तर पर उपलब्ध होगी।
मेडअचीवर्स के संस्थापक तथा प्रबंध निदेशक डा. हष्रा वर्धन ने बताया कृत्रिम बुद्धिमत्ता आधारित सिम्युलेटर का इस्तेमाल रीढ की हड्डी की सर्जरी, घुटने की सर्जरी, घाव भरने तथा अन्य प्रकार की सर्जरी में किया जाएगा। इससे यकीनन लाखोंंिजंदगियों को बचाने में मदद मिलेगी जो किसी खास क्षेत्र में प्रशिक्षित चिकित्सकों के आभाव में खत्म हो जाती हैं। फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट में हिमेटोलॉजी एंड स्टेम सेल ट्रांसप्लांट यूनिट के प्रमुख डा. राहुल भार्गव के अनुसार ओपन सर्जरी सिम्युलेटर स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में अनेक लाभ देगी। उनमें से पहला और प्रमुख है कि इससे एक ऐसा वातावरण बनेगा जहां मरीजों की सर्जरी केवल कुशल चिकित्सक करते हैं।