ज्ञान प्रकाश नई दिल्ली , देश की रातधानी दिल्ली समेत देशभर में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर मंगलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डा. हषर्वर्धन ने राष्ट्रीय रोग नियंतण्रकेन्द्र (एनसीडीसी) के नियंतण्रकक्ष और जांच प्रयोगशालाओं का निरीक्षण किया। एनसीडीसी के निदेशकों और राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के वरिष्ठ निगरानी अधिकारियों के साथ वर्तमान स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के प्रबंध निदेशकों और वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से विचार-विमर्श किया।
महामारी विज्ञान, नैदानिक उपकरणों का इस्तेमाल:
डा. हषर्वर्धन ने कहा कि एनसीडीसी देशभर में रोगों के फैलने के अन्वेषण में अग्रणी भूमिका निभा रहा है और इसके लिए उन्होंने महामारी विज्ञान के विशेषज्ञों तथा नैदानिक उपकरणों का इस्तेमाल किया है। उन्होंने जन स्वास्थ्य निगरानी और रोगों के फीडबैक के प्रबंधन, तकनीकी मार्गदशर्न, प्रयोगशाला सहायता और एनसीडीसी द्वारा कोविड-19 की 24 घंटे 7 दिन कार्यरत हेल्पलाइन के जरिए लोगों की आशंकाएं दूर करने के उल्लेखनीय कार्य की सराहना की।
फीडबैक की स्थिति का आंकलन :
उन्होंने नियंतण्रकक्ष का निरीक्षण किया और फीडबैक देने वालों के साथ विचार-विमर्श किया और उन्हें प्रोत्साहित किया। एनसीडीसी के नियंतण्रकक्ष के कर्मिंयों और जांच का कार्य कर रहे वैज्ञानिकों तथा इसमें सहयोग देने वाले अनुसंधानकर्ताओं के कार्य और प्रयासों की सराहना की। केन्द्रीय मंत्री ने कहा आप सभी हमारे अग्रणी योद्धा है जो सही, सामयिक और महत्वपूर्ण सूचना देकर लोगों की मदद और राष्ट्र की सेवा कर रहे हैं। मैं वैज्ञानिकों को सलाम करता हूं जो जांच प्रक्रिया के अनुसार कार्य करते हैं और ऐसा करते हुए स्वयं को जोखिम में महसूस कर भी कार्यरत रहते हैं। नियंतण्रकक्ष में कुल-मिलाकर दो लाख से अधिक कॉल का उत्तर दिया जाता है और इसके अलावा लगभग 12 हजार ई-मेल का भी जवाब दिया जा रहा है।
अब तक:
वर्तमान स्थिति के अनुसार 1 लाख 87 हजार 904 व्यक्ति सर्विलेंस में हैं और 35 हजार 073 ने 28 दिन का एकांतवास पूरा कर लिया है। कुल 12 हजार 872 नमूनों की जांच की गई जिनमें से 2 हजार 23 की जांच एनसीडीसी ने की। इनमें से 52 कोविड-19 के लिए पॉजिटिव पाए गए।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ हषर्वर्धन ने एनसीडीसी नियंतण्रकक्ष, प्रयोगशाला और जांच सुविधाओं का निरीक्षण किया
मजबूत सामुदायिक निगरानी और संपर्कों का पता लगाने पर बल दिया