ज्ञान प्रकाश नई दिल्ली , केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्री डा. महेंद्र नाथ पांडे ने कहा गुरू शिष्य परम्परा भारतीय सभ्यता की अनूठी विशेषता रही है, जहां हमारे अध्यापक हमें जीवन के महत्वपूर्ण सबक देते हैं, जीवन कौशल प्रदान करते हैं। इस दिन हम अपने उन प्रशिक्षकों को सम्मानित कर रहे है, जिन्होंने युवाओं को कौशल प्रदान करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया, उनके करियर के लिए मार्ग प्रशस्त किया है। डा. पांडे ने शिक्षक दिवस के अवसर पर आयोजित यहां जनपथ रोड़ स्थित डा. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर के सभागार में विभिन्न क्षेत्रों से 53 प्रशिक्षकों को सम्मानित किया।
इस मौके पर केंद्रीय राज्यमंत्री राज कुमार सिंह ने ने कहा कि 2022 तक भारत को अपनी कौशल पण्राली के लिए 2.5 लाख प्रशिक्षकों की आवश्यकता होगी। एनएसडीसी और डीजीटी एक साथ मिलकर प्रशिक्षकों एवं मूल्यांकनकर्ताओं की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए प्रयासरत हैं। श्री सिंह ने कहा कि भारत में ओद्यौगिकीकरण को देखते हुए कुशल मैनपावर की मांग तेज़ी से बढ़ रही है। कैशल भारत मिशन इस मांग को पूरा करने के लिए कुशल कार्यबल उपलब्ध कराता है। हम देश में तकनीकी शिक्षा और व्यवसायिक प्रशिक्षण को बढ़ावा देने के लिए डिग्री प्रोग्राम की शुरूआत कर रहे हैं। आज का दिन हमारे लिए बेहद खास है, हम उन प्रशिक्षकों को सम्मानित करने जा रहे हैं, जिन्होंने हज़ारों युवाओं को कौशल भारत मिशन के तहत प्रशिक्षित एवं प्रेरित किया है।’