भारत चौहान नई दिल्ली , लेडी हार्डिग मेडिकल कॉलेज (एलएचएमसी) के दीक्षांत समारोह में शनिवार को एमबीबीएस की पढ़ाई पुरी करने वाले 150 से ज्यादा स्टूडेंट्स को डिग्रियां प्रदान की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए नीति आयोग के सदस्य डा. विनोद पाल ने चिकित्सा क्षेत्र में कदम रखने वाले युवा डाक्टरों से सुदूर राज्यों के ग्रामीण क्षेत्र के गांवों, कस्बो में गुणवत्ता पूर्ण सेवाएं देने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत पीएम-जय योजना के तहत अब उन बीमारों के चेहरे पर खुशी दिखने लगी है जो धनाभाव के चलते अस्पताल में अपना इलाज नहीं करा पाते थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अन्य महात्वाकांक्षी योजनाओं में से एक यह महायोजना है। देश के हर राज्य में वेलनेस सेंटर में अब बेसिक स्वास्थ्य सेवाओं का बिस्तार किया गया है, इसलिए अब युवा डाक्टरों को अपने कैरियर की शुरुआत यहां से करना चाहिए। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की संयुक्त सचिव गायत्री मिश्रा ने युवा डाक्टरों से इस पेशे का व्यवसायीकरण न करने की अपील की।
100 साल पुरे किए:
कॉलेज के निदेशक एवं डीन डा. राजीव गर्ग ने कहा कि यह एतिहासिक पल है, कि इस कॉलेज की स्थापना 100 साल पहले की गई थी हम अपना 100वीं साल गिरह मना रहे हैं। लेडी हार्डिग की स्थापना 1916 में महिला छात्राओं के लिए की गई थी। लेकिन वर्ष 1950 में इस कॉलेज को दिल्ली विविद्यालय से मान्यता मिली। उन्होंने सभागार में मौजूद मेडिकल स्टूडेंट्स, उनके पैरेंट्स को इस मौके पर मौजूद रहने के लिए बधाई दी।