चौबीस घंटे में 45 संदिग्धों को भेजा गया क्वारंटीन में -अस्पताल प्रशासन की अनदेखी से भी बढ़ रहे हैं मामले -डीएससीआई में तीन नए मामले समेत 22 लोग संक्रमित

मैक्स अस्पताल में 40 संक्रमित तो वहीं गंगाराम अस्पताल के 115 संदिग्धों में से 112 की रिपोर्ट निगेटिव -संक्रमण मिला तो अस्पताल प्रमुखों की खैर नहीं

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ज्ञान प्रकाश नई दिल्ली, कोराना वायरस संक्रमण कोविड-19 की रोकथाम, बचाव संबंधी सख्त हिदायतों को महामारी की गिरफ्त आने वाले पीड़ितों का जीवन बचाने वाले ही अनदेखी कर रहे हैं। ऐसा न सिर्फ वे खुद की जान जोखिम में डालने से बाज नहीं आ रहे हैं बल्कि जाने अनजानें उनके संपर्क में आने वाले लोगों का जीवन भी खतरे में पड़ रहा है। आलम यह है कि जीटीबी अस्पताल से जुड़े दिल्ली राज्य कैंसर संस्थान (डीएससीआई) में कैंसर का इलाज करा रहे एक मरीज, उसका एक रिश्तेदार व सुरक्षाकर्मी कोरोना पोजिटिव पाया गया है। सोमवार को आए इन तीन मामलों के साथ ही अब इस संस्थान में डाक्टर, नर्सिग स्टाफ समेत कुल 22 लोग कोविड-19 के चपेट में आ चुके हैं। ताज्जुब वाले तथ्य ये है कि इस संस्थान के निदेशक डा. शेरवाल ने कहा कि यह संक्रमण लगता है मरीज में उसके अटेंड के जरिए आया। दरअसल बीते सप्ताह यहां पर19 लोग संक्रमित होने के बाद नए मरीजों को भर्ती करना बंद कर दिया गया। जो संक्रमित हुए थे उन्हें क्वारंटाइन में रखा गया है। कुछ गंभीर मरीजों को धर्मशिला कैंसर अस्पताल में पहले ही शिफ्ट किया जा चुका है। यही नहीं, मैक्स सुपरस्पेशिलिटी, साकेत स्थित कोरोपोरेट अस्पताल एक डाक्टर, नर्सिग स्टाफ कोरोना पोजिटिव पाए गए हैं। इसके उपरान्त स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उनके संपर्क में आए कम से कम 40 संदिग्धों की स्क्रीनिंग प्रारंभ कर दी है। फिलहाल इन लोगों को क्वारंटीन में रखा गया है। इस बीच राहत वाली खबर यह है कि राजेंद्र नगर स्थित सरगंगाराम अस्पताल में दो सप्ताह पहले कोविड-19 जिन 115 संदिग्धों को क्वारंटीन में रखा गया था। उनकी तीसरे चरण की जांच रिपोर्ट में 112 निगेटिव पाए गए हैं जबकि अन्य तीन में कोरोना पोजिटिव पाया गया। अस्पतल प्रबंधन कमेटी के चेयरमैन डा. डीएस राणा ने जारी बयान में यह जानकारी दी। इसी तरह से दक्षिण दिल्ली के अति पॉश कालोनियों में से एक सफदरजंग इंक्लेव के मकान संख्या बी4/207 में दो लोग कोरोना पोजिटिव पाए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने इस ब्लाक के कम से कम 50 घरों के लोगों की स्क्रीनिंग करने की योजना बनाई है। आरडब्ल्यूए के सचिव कमल वर्मा ने स्वास्थ्य विभाग को इसकी जानकारी दी।
होगी सख्त कार्रवाई:
इस बीच स्वास्थ्य सचिव पद्मिनी सिंघला ने कहा कि कोरोना की रोकथाम व जांच के मामले में किसी भी हालत में लापरवाही नहीं बर्दास्त होगी। इस मामले में वह अस्पताल प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि कोरोना संक्रमितों का ग्राफ बढ़ाने में दिल्ली के अस्पताल भी कम नहीं है।

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