ज्ञान प्रकाश/भारत चौहान नई दिल्ली , कोरोना वायरस से जूझ रही राजधानी दिल्ली की धड़कनें सोमवार को सुबह से ही तेज रही उम्मीद थी के सायं पांच बजे तक तबलीगी जमात और उनके सपंर्क में आए करीब 800 लोगों की कोरोना रिपोर्ट आ जाएगी। इससे पता लगेगा कि मरकज के लोगों से संक्रमण और कितना ज्यादा फैला है। दिल्ली के हेल्थ मिनिस्टर सत्येंद्र जैन ने रिपोर्ट आने की सुबह जानकारी दी थी कि शाम तक यह रिपोर्ट आएगी। लेकिन रात 7 बजकर 30 मिनट तक रिपोर्ट नहीं आई थी।
दिल्ली में 746 केस मरकज वाले :
फिलहाल दिल्ली में कोरोना के 1154 ऐक्टव केस हैं। इसमें से 746 मरकज के हैं। जितने भी जमातियों की रिपोर्ट आनी है, वे सभी इस समय क्वारंटाइन में हैं। इसमें कोरोना के लक्षण नहीं मिले हैं, लेकिन उनकी जांच करवाई गई है। हालांकि इससे पहले ऐसे जमातियों की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है, जिनमें कोरोना के लक्षण नहीं पाए गए थे।
ज्यादातर लोग दूसरे राज्यों के, कुछ विदेशी भी शामिल
स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त आंकडों के अनुसार जिन जमातियों का टेस्ट हुआ है उसमें दिल्ली के बाहर के हैं। मतलब दूसरे राज्यों के हैं। कुछ विदेशियों के टेस्ट होने की भी बात बताई। मरकज से निकाले गए लोगों का टेस्ट पहले ही हो चुका है। ये वे लोग हैं जो मरकज के बाद बाकी इलाकों से ढूंढकर निकाले गए थे। कुछ मरकज के संपर्क में आए लोग भी हैं।
निजामुद्दीन मरकज की सात मंजिला इमारत से मार्च के आखिर में दो हजार से ज्यादा जमातियों को निकाला गया था। वह भी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के दखल के बाद। वहां मौजूद 24 को पहले से ही कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया गया था। 200 से ज्?यादा लोगों में ष्टह्रष्ठ-19 के लक्षण थे। पॉजिटिव और संदिग्?धों को अस्पताल शिफ्ट किया गया। बाकियों को क्वारंटीन में रखा गया। पूरे देश में उन लोगों को खोजने की कोशिश शुरू हुई जो मरकज आए थे और पॉजिटिव मिले मरीजों के संपर्क में थे।