प्रतिभाओं को नए पंख देता दिख रहा है यह लॉक डाउन

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भारत चौहान नई दिल्ली, पूरी दुनिया में चल रहे नोवेल कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए देश का हर व्यक्ति अपने घरों में ही
क़ैद होकर रहा गया है| यूँ तो कामकाजी लोगों के स्वभाव में है छुट्टियों का बहाना ढूंढना, पर जब से पूरा देश
लॉक डाउन में ठप पड़ा है, धीरे धीरे अब लोगों का घर में रहना मुश्किल होता जा रहा है। कई लोगों को वर्क फ्रॉम
होम जैसी सुविधाएँ मिली हुईं है तो वहीँ कुछ लोग जैसे बैंकर्स और मीडिया को काम करने के लिए परमिशन के
साथ बहार निकलना ही पड़ता है और वहीँ कुछ नौकरियां ऐसी है जिसमें घर बैठे काम करना नामुमकिन है और
बाहर निकालना बेहद मुश्किल| वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्होंने इस क्वारंटाइन को खुशनुमा और रोमांचक
तरीके से बिताने के लिए अलग अलग तरह के उपायों को से अपना वक़्त गुजारने लगे हैं| लोगों ने इस वक़्त को
रचनात्मक एवं सदुपयोग करने लायक बना दिया है|

इस क्वारंटाइन के दौरान लोग अपने अपने परिवारों के साथ वो समय व्यतीत कर रहे हैं जो उन्होंने ने अपनी
भागदौड़ भरी ज़िन्दगी में कहीं पीछे छोड़ आए हैं| घरवालों के साथ वक़्त बिताने के साथ साथ कहीं कोई अपने
उन शौख को पूरा कर रहा है जो वो लम्बे समय से करना चाहता था ,आर्ट क्राफ्ट और पेंटिंग करने से लेकर घर के
एक एक कोने को साफ़ करना भी लोगों की एक ज़िम्मेदारी बन गयी है जिसे वो पूरे शौख और शिद्दत के साथ पूरा
करने की कोशिश कर रहे हैं| जिन्होंने कभी चाय बनाना भी नहीं सीखा था, इस क्वारंटाइन के वक़्त ने उनके
अंदर नये नये डिशेज़ पर हाथ आजमाने का मौका भी दे दिया है|

जिन लोगों के मुँह में सड़क किनारे लगी लज़ीज़ चीज़ों का नाम सुनने मात्र से हीं खाने की इच्छाएं तीव्र गति पकड़
लिया करती थी, आजकल हर उन्हीं घरों के रसोई घर से उन तमाम व्यंजनों के घर पर बनती खुशबू लोगों का मन
खुशी से भर देती है। जो लोग प्रदूषण को कम करने के लिए वृक्षारोपण के कार्यक्रमों में भाग नहीं ले पा रहे थे, वो
लोग भी अपने घरों में अपने हस्त कुशलता से एक ऐसे बागान की संरचना में जुट चुके हैं, जिनसे कुछ हीं वक़्त में
अगल बगल का हर आंगन गुलज़ार होगा।

डॉ.नम्रता घई, स्किन, हेयर, नेल स्पेशलिस्ट एवं लेज़र एंड हेयर ट्रांसप्लांट सर्जन का कहना है कि “एक
डॉक्टर होने के नाते मैं यह समझती हूँ की इस पैंडेमिक के चैन को ब्रेक करना कितना महत्त्वपूर्ण है| मैं घर से ही
वीडियो कालिंग के ज़रिये अपने पेशेंट्स की स्किन, हेयर और नेल इश्यूज के लिए कंसल्ट कर रही हूँ| मैं
इंस्टाग्राम पर एक चैट शो भी शुरू कर रही हूँ जिसमे कुछ वीमेन सेलिब्रिटीज के साथ मिलकर इस

पान्डेमिक में स्किन केयर पर हम डिस्कशन करेंगे और ये चैट शो 14 दिनों के लिए होगा जो 12
अप्रैल से शुरू होगा| अगर लोग इस चैट शो को ज्वाइन करने में रूचि रखते हैं तो वो मेरी इंस्टा
आईडी ‘सनशाइनस्किनक्लिनिक’ पे आकर मेरे साथ जुड़ सकते हैं| मेरी एक छोटी बेटी है और ऑफिस के
काम के साथ साथ मैं अपनी बेटी और घर के कामों को भी मैनेज कर रही हूँ| इस पैंडेमिक के दौरान डरने और
घबराने से ज़्यादा अच्छा उपाय यह है की हम खुद को पॉजिटिव रखें और खुद की और दूसरों की अच्छी सेहत के
लिए घर पर रहे, समय से खाएं और सोएं और रोज़ाना अपने इम्यून सिस्टम को मज़बूत बनाये रखने के लिए
एक्सरसाइज ज़रूर करें”|

सुमि गुप्ता, डेरेक्टर, तत्सत फाउंडेशन ने इस विषय पर अपना मत देते हुए कहा कि “इस पैंडेमिक से
लड़ने के लिए हमें अधिक प्रयासों और निर्णय लेने की क्षमता की आवश्यकता है| मैंने अपनी फाउंडेशन के सभी
एम्प्लाइज की अच्छी हेल्थ के लिए तुरंत ही ऑफिस की जगह घर से काम करने के लिए सेटअप लगा दिया
जिसमे हम सब ऑनलाइन वीडियो कालिंग या ऑडियो कालिंग के ज़रिये मीटिंग्स करते हैं और फ़ॉलोअप्स लेते हैं
जिसमें डिजिटल माध्यमों से समय सीमा अनुपालन कर पाने में भी मदद मिल जाती है| तत्सत फाउंडेशन इन
सब के साथ ही सरकार की मदद के लिए ब्लड डोनेशन और राशन सप्लाई भी कर रही है”|

जसनूर कालरा जो कि एक मेकअप आर्टिस्ट हैं कहती हैं कि “एक मेकउप आर्टिस्ट के तौर पर मुझे
अक्सर बाहर ट्रेवल करना होता था और कई जगहों पर काम के सिलसिले में जाना पड़ता था जिसके
वजह से मैं अपनी फैमिली को बहुत कम वक़्त दे पाती थी पर इस लॉकडाउन के दौरान मैं अपने
परिवार के साथ अच्छा वक़्त बिता पा रही हूँ और अपने पुराने शौख जैसे की डांस, ड्राइंग और कुकिंग
को भी पूरा करने का वक़्त मिल जाता है| इन सब के साथ काम को मेन्टेन रखने के लिए मैं अपने
सोशल मीडिया पेजेज पर मेकअप से जुड़े अच्छे कंटेंट डालने की कोशिश करती हूँ| मैं जानती हूँ की
ये वक़्त काफी मुश्किल है पर इससे लड़ने के लिए हम सब को एक दुसरे का ख्याल रखना होगा|
अपने इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाये रखें और एक ज़िम्मेदार नागरिक बनकर सोशल डिस्टेंसिंग
के नियमों को फॉलो करें क्यूंकि जान है तो जहान है

धर्मपाल चौधरी राइट ग्रुप, सीएमडी ने बताया कि मैं क्वारंटाइन के दौरान अपने घर पर ही रहकर
अपने बिज़नेस का काम संभाल रहा हूँ साथ ही घर पर बच्चों के साथ खेल लेता हूँ और उनकी
ऑनलाइन क्लासेज के दौरान उनकी पढ़ाई में मदद करता हूँ| मेरे घर के आस पास जो भी
पुलिसकर्मी काम करते हैं उनके लिए मैं दिन में दो तीन बार कुछ नाश्ते के साथ चाय लेकर जाता हूँ

क्यूंकि वो दिन रात हमारे लिए मेहनत कर रहे हैं तो उनकी इतनी सहायता करना मैं अपना कर्त्तव्य
मानता हूँ| हम सब तो घर पर रहकर खुद को सुरक्षित रख ही रहे हैं साथ ही हमे उन्हें सुरक्षित रखने
में भी मदद करनी चाहिए जो हमे सुरक्षित रखने की कोशिश कर रहे हैं

रोज़ी आहलुवालिआ जो कि एक फैशन डिज़ाइनर हैं,उन्होंने बताया कि एक फैशन डिज़ाइनर के तौर
पर मैं घर से वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के ज़रिये बच्चों को फैशन डिजाइनिंग से जुडी काउन्सलिंग कर रही
हूँ और उन तक नॉलेज पहुंचने की कोशिश करती हूँ| इंस्टाग्राम लाइव के ज़रिये भी मैं अपना काम
करने की कोशिश कर रही हूँ साथ ही अपने लिए घर ही डिजाइनिंग स्केच वगरह तैयार कर के अपने
टीम के साथ शेयर करती हूँ| क्वारंटाइन के कारण घर पर और खुद को काफी वक़्त देने का मौका
मिल रहा है| इस पैंडेमिक से बचने के लिए सबसे ज़्यादा ज़रूरी यही है की जितना हो सके बहार
जाने से बचें और अपने इम्यून सिस्टम को मज़बूत बनाये रखने की कोशिश करें

स्मिता श्रीवास्तव, फाउंडर, कोन्फ़्लुएन्स एनजीओ कहती हैं कि एक एनजीओ की फाउंडर होने के
नाते मेरा यह फ़र्ज़ है कि इन पैंडेमिक के दौरान भी लोगों की मदद करूँ| क्वारंटाइन के दौरान मैं घर
से बच्चों की काउन्सलिंग कर रही हूँ और साथ ही अपने एम्प्लाइज के साथ मिलकर पूरी कोशिश कर
रही हूँ की हम ज़्यादा ज़्यादा से लोगों की मदद कर सकें| काम के साथ साथ मैं अपनी बेटी और घर
के काम भी संभाल रही हूँ| जब भी मेरी बेटी की ऑनलाइन क्लासेज होती हैं तो मैं उसकी पढाई में
मदद करती हूँ और इन सब के साथ अपने परिवार की सेहत का ध्यान रखना भी मेरा कर्त्तव्य है मैं
अपने परिवार के खान पान और घर की साफ़ सफाई का पूरा ध्यान रख रहो हूँ जिससे सब सुरक्षित
और स्वस्थ रहें

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