अभिनंदन के अदम्य साहस, सहनशक्ति, जीवटता को सलाम करने से नहीं चूक रहे हैं डाक्टर -कई जरूरी जांच, शारीरिक और मानसिक स्थिति का किया जा रहा है आकलन -शरीर में किसी बग या चिप तो नहीं की भी होगी जांच -रक्षा मंत्री पहुंची अस्पताल, किया सैल्यूट, कहा देश को है आप पर गर्व -मेडिकल फिटनेस के बाद ही होगी डी ब्रीफिंग

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ज्ञानप्रकाश/भारत चौहान
नई दिल्ली , यहां धौला कुआं स्थित आर्मी हास्पिटल रिसर्च एंड रेफरल सेंटर में उपचाराधीन भारतीय वायु सेना के पायलट विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान की हालत में तेजी से सुधार दर्ज किया गया है। उनके अदम्य साहस, सहनशक्ति का लोहा मेडिकल चैकअप में लगी डाक्टरों की टीम के साथ ही सैन्य के आला अधिकारी भी मान रहे हैं। आरआर हास्पिटल में मेडिकल चेकअप टीम में शामिल डाक्टरों में से एक वरिष्ठ कंसल्टेंट ने कहा कि हम उनकी शारीरिक और अंदुरुनी मानसिक स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं। दरअसल, इस जाबांज को पाक की गिरफ्त में 60 घंटे तक रखा गया था, उस दौरान जो कुछ घटित हुआ, उस स्थिति का आकलन किया जा रहा है। इसके लिए कई प्रकार की इमेजिंग और नैदानिक जांच भी की गई। सभी जांच रिपोर्ट नार्मल हो जाने के बाद ही उनकी डी ब्रीफिंग की प्रक्रिया की अनमति मेडिकल डाक्टरों का बोर्ड देगा। जिसमें संभवत: हर विभाग के डाक्टरों के प्रमुख समीक्षा करेंगे। इसके उपरान्त उनकी डी ब्रीफिंग की अनुमति प्रदान की जाएगी। शनिवार को एक्सरे समेत आंत, गले, आंखों की पुतलियों के चोटिल हिस्से की स्कैनिग किया गया। उनकी आंतों में संक्रमण होने की संभावना है।
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दरअसल, पाकिस्तानी क्षेत्र में जाने के बाद गंभीर रूप से चोटिल होने के बाद भी अभिनंदन आधा किलोमीटर तक भागे थे फिर गंदे तालाब में जान बचाने के लिए कूद गए थे, जरूरी दस्तावेज पानी में गला दिया और जो नहीं गलने लायक थे उसे निगल गए थे।
द विंसी की मदद से जांच:
अधिकारी ने कहा कि हम हर उस पहलू की तफ्तीश कर रहे हैं जिससे किसी भी व्यक्ति की ट्रामा सेचुएशन (इंजूरी, हिम्यूलेशन, टार्चर), टाक्ससिटी, चिप या फिर बग का प्रयोग तो नहीं किया गया। इसकी जानकारी हासिल करने के लिए इमेजिंग गाइडेड विधि की मदद से गामा किरणों, रोबो द विंसी की मदद लेंगे। इसकी खासियत यह है कि इसमें शरीर के अंदरुनी और बाहरी कोशिकाओं, मासपेशिओं, दिल, दिमाग, गुर्दा, यकृत, अस्थि को सबल बनाने वाले उत्तको की जांच करते हैं। ऐसा देखा गया है कि पेट की आंतों, आंखों की पुतलियों समेत शरीर के अन्य संवेदनशील हिस्सों में माइक्रो चिप या जहरीले द्रव्य की पोटली प्रत्यारोपित कर दी जाती है। माइक्रोचिप से व्यक्ति जहां भी ताजा है उसके बारे में साफ्टवेयर पर पता चलता रहता है।
क्या है डी ब्रीफिंग प्रक्रिया:
मेजर जनरल (सेवानिवृत्ति) डा. वीपी चतुव्रेदी के अनुसार डी ब्रीफिंग यानी पूछताछ करना। डी ब्रीफिंग वह प्रक्रिया है जब कोई सैनिक युद्ध के दौरान किसी दूसरे देश से लौट कर पुन: आता, या फिर हिरासत में दुश्मन देश की रिगरफ्त से आता है तो उसकी मानसिक व शारीरिक हालत सामान्य होने के बाद पूछताछ करती है। इस कार्य में सरकार की सभी एजेंसियों के वरिष्ठ नुमाइंदे सरीख होते हैं। यह एक कामन प्रोसेस है। मेडिकल एक्सपर्ट्स की टीम फिटनेस प्रमाणपत्र जारी करने के बाद ही डी ब्रीफिंग की अनुमति सरकारी एजेंसियों को दी जाती है।
रक्षा मंत्री मिली:
केंद्रीय रक्षामंत्री सीतारमण अभिनंदन की कुशलक्षेम जानने के लिए आर्मी हास्पिटल गई। उन्होंने विषम परिस्थितियों में देश की रक्षार्थ मौत को भी पीछे धकेलने के अदम्य प्रदर्शन करने के लिए तहेदिल से सराहना और वह जल्द ही स्वस्थ होने की कामना की। करीब 34 मिनट रुकने के बाद रक्षामंत्री ने डाक्टरों की टीम से उनकी स्थिति का आकलन किया और कुछ समय तक अभिनंदन के साथ ही उनके कक्ष में रही। उनके साथ आरआर हास्पिटल के प्रमुख और कई अन्य डाक्टर व अधिकारी भी मौजूद थे।

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