गुर्दा संक्रमित महिला मरीज की मौत पर बिफरे परिजन 2 डॉक्टरों को पीटा -उत्तरी निगम के बाड़ा हिंदूराव अस्पताल का मामला -गुस्साए डॉक्टरों ने घटना की निंदा सोमवार को जा सकते हैं हड़ताल

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ज्ञान प्रकाश नई दिल्ली , तमाम कवायदों के बावजूद डाक्टर मरीज के मध्य रिश्ते में सौहार्द पूर्ण नहीं बन पा रहे हैं। उत्तरी दिल्ली नगर निगम के बाड़ा हिंदूराव अस्पताल में बीती रात महिला मरीज की मौत पर परिजन बिफर गए। अस्पताल के आपातकालीन विभाग में हंगामा करते हुए परिजनों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंचा और उन्होंने ड्यूटी पर तैनात दो डॉक्टरों की जमकर पिटाई कर दी। इस घटना में एक डॉक्टर के सिर में गंभीर चोटें आई हैं। दूसरे डॉक्टर के कपड़े फाड़ दिए गए थे। उसके शरीर पर कई जगह चोटें हैं। इस घटना के खिलाफ रात में ही एकजुट हुए डॉक्टरों ने प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।
रविवार सुबह माहौल को गरमाते देख प्रबंधन की शिकायत पर दिल्ली पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। उधर दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस घटना को लेकर मामला दर्ज कर लिया है। कुछ आरोपियों को हिरासत में लिया है। जबकि बाकी की तलाश जारी है।
घटनाक्रम:
अस्पताल के रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के डा. मनीष जैन ने बताया कि शनिवार देर रात 45 वर्षीय राजबाला नामक महिला मरीज को आपातकालीन विभाग लाया गया था। महिला गुर्दा संक्रमण की परेशानी से जूझ रही थीं। उनकी स्थिति काफी गंभीर थी। रात करीब 1 बजकर 6 मिनट पर मरीज की मौत होने के बाद उनके साथ मौजूद एक महिला तिमारदार ने फोन कर करीब 30 से 40 लोगों को अस्पताल बुला लिया। कुछ ही देर में वार्ड के बाहर एकत्रित हुए लोगों ने डॉक्टरों से अभद्र्रता करना शुरू कर दिया था। वे डॉक्टरों को कानूनी कार्रवाई की धमकी दे रहे थे। जबकि परिजनों से कहा गया कि अगर आप किसी भी तरह की कार्रवाई चाहते हैं तो उसके लिए प्रबंधन को लिखित में शिकायत करें। बेकाबू भीड़ को नियमों की परवाह नहीं हुई और उन्होंने डॉक्टरों पर हमला बोल दिया। देखते ही देखते पूरे वार्ड में हंगामाए गाली गलौच और मारपीट होने लगी। एक इंटर्न डॉक्टर के कपड़े फाड़ दिए। डा. राजेश के सिर पर हमला किया गया जिसके कारण उनके सिर में गंभीर चोटें आई हैं।
आरोपियों के खिलाफ सख्त रुख नहीं तो कर देंगे आज से स्वास्थ्य सेवाएं ठप:
आरडीए ने चेतावनी दी है कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। रविवार को अस्पताल में हड़ताल नहीं हुई है लेकिन सोमवार सुबह वे प्रबंधन के साथ बैठक के बाद हड़ताल पर फैसला लेंगे। उन्होंने अस्पताल में बाउंसरों की तैनाती सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम घटना की रात ड्यूटी पर मौजूद नोडल ऑफिसर को बर्खास्त करने इत्यादि मांगों पर अगर प्रबंधन ने संज्ञान नहीं लिया तो रेजीडेंट डॉक्टर सोमवार से हड़ताल पर होंगे।
फोन बंद कर लेते हैं रात में नोडल ऑफिसर:
बाड़ा हिंदूराव अस्पताल प्रबंधन पर बड़ा सवाल खड़ा करते हुए रेजीडेंट डॉक्टरों का कहना है कि हर रात अस्पताल में चिकित्सीय व्यवस्थाओं के लिए एक वरिष्ठ डॉक्टर या नोडल ऑफिसर की तैनाती होती है। लेकिन अक्सर ये लोग अपने घर जाकर सो जाते हैं और फोन भी बंद कर लेते हैं। जबकि अस्पताल में रात भर रेजीडेंट डॉक्टरों को मरीजों की देखभाल करनी पड़ती है। इसीलिए अब डॉक्टरों की मांग है कि अस्पताल प्रबंधन शनिवार रात को ड्यूटी पर मौजूद नोडल ऑफिसर को तत्काल बर्खास्त किया जाए।
संक्रमण फैल गया था शरीर मेंए बचने की संभावना नहीं थी:
डॉक्टरों का कहना है कि मरीज राजबाला के शरीर में संक्रमण पूरी तरह से फैल चुका था। जब वे अस्पताल आई थीं उस वक्त मेडिकल जांच में उनका गुर्दा पूरी तरह बंद था। क्रिएटिनिन बढ़ा हुआ था और महिला मरीज एनीमिया ग्रस्त भी थीं। डायलिसिस पर वे पहले से चल रही थीं। उनकी बचने की संभावना कम थी। ये सभी बातें महिला तिमारदार को बता दी गई थी। बावजूद इसके मरीज की मौत पर उन्होंने हंगामा खड़ा कर दिया।
पुलिस की कार्रवाई पर नहीं है भरोसा: जैन
आरडीए का कहना है कि दिल्ली पुलिस की कार्रवाई पर उन्हें भरोसा नहीं है। जबतक सभी आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर लेती तब तक वे उनपर विास नहीं कर सकते। साथ ही आरोपियों की गिरफ्तारी के अलावा अन्य मांगें पूरी होने की स्थिति में ही डॉक्टर वापस काम पर लौटने के लिए आएंगे। उन्होंने बताया कि रविवार को छुट्टी होने के कारण आपातकालीन विभाग में मौजूद डॉक्टरों ने दिनभर मरीजों का उपचार किया है। बाकी विभागों के डॉक्टर सोमवार सुबह ओपीडी में नहीं जाएंगे। बैठक के बाद आगे की योजना तैयार होगी।

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