कमाल सफदरजंग अस्पताल के सर्जन्स का, तीन साल में 100 से ज्यादा गुर्दा प्रत्यारोपित किए -खास यह भी यह सभी सर्जरियां मुफ्त में की गई, मुफ्त में मरीज को दवा, जांच भी ताउम्र मिलेगी सुविधा

0
1005

ज्ञानप्रकाश नई दिल्ली वर्धमान महावीर मेडिकल कॉलेज से संबद्ध सफदरजंग अस्पताल के शल्य वैज्ञानिकों का जबाव नहीं है। अस्पताल में यूरोलॉजी एंड रीनल ट्रांसप्लांट यूनिट के चीफ डा. अनुप कुमार की अगुवाई में 100वां गुर्दा प्रत्यारोपण सफलता पूर्वक संपन्न हुआ। खास यह है कि जिन भी मरीजों का इस अस्पताल में गुर्दा प्रत्यारोपण किया गया है वह शल्यक्रिया और प्रत्यारोपण के बाद ताउम्र रोगी को खाने वाली दवाएं बिलकुल मुफ्त में प्रदान की जा रही है। केंद्रीय स्वास्थय एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की देखरेख में परिचालित सफदरजंग ऐसा बिस्तरों के मामले केंद्र सरकार जनरल अस्पताल है जहां पर देश भर के मरीजों का दबाव रहता है। जो बिस्तरों की संख्या के मामले में देश में सबसे अधिक और सुविधाओं के मामले में भी सबसे ज्यादा है। यह आंकडा बीते तीन साल में पूरा किया गया।
खशी की अनुभूति:
डा. अनुप कुमार ने कहा कि यहां पर शतप्रतिशत अति गंभीर मरीजों का दबाव रहता है। इनमें 85 फीसद गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले या उनकी आर्थिक स्थिति ऐसी हो चुकी रहती है जो निजी अस्पतालों में इलाज में खर्च पर पहुंचते हैं। अति कमजोर रहती है। जो डायलेसिस पर थे, यहां ऐसे गंभीर मरीजों का सफलता पूर्वक मुफ्त में गुर्दा प्रत्योरोपण किया गया। डा.कुमार ने कहा कि दु:ख इस बात को लेकर है ग्रामीण क्षेत्र में 60 फीसद ऐसे मामले तीसरे और चौथे स्टेज में पहुंचते हैं। जबकि शहरीकृत क्षेत्रों से आने वाले मरीजों में यह फीसद 40 से 50 फीसद है।
नवीनतम विधि का प्रयोग:
इस सरकारी अस्पताल में नवीनतम थ्रीडी लैप्रोस्कोपी, रोबोटिक की सुविधा अब यहां मरीजों को प्रदान की जा रही है। यह सुविधा देश के किसी भी सरकारी अस्पताल में नहीं है। सिर्फ चेन्नई के दो अस्पतालों में ही है।जहां पर इलाज कराने के लिए मरीज को 8 से 10 लाख रुपये तक खर्च आता है।
प्रोस्टेट कैंसर के मामले बढ़े:
डा. अनुप कुमार ने दिल्ली कैंसर रजिस्ट्री के हवाले से बताया कि प्रोस्टेट कैंर दिल्ली में पुरु षों में दूसरा सबसे ज्यादा होने वाला कैंसर, सभी जानलेवा बीमारियों में इसकी हिस्सेदारी 6.78 फीसद है। प्रारंभिक चरण में प्रोस्टेट कैंसर का निदान करने और बीमारी का इलाज करने के लिए टारगेटेड या स्मार्ट स्क्रीनिंग जरूरी है। कैंसर प्रोजेक्शन डाटा के अनुसार 2020 तक इन मामलों की संख्या दोगुनी हो जाएगी। दिल्ली कैंसर रजिस्ट्री से पता चलता है कि प्रोस्टेट कैंसर दिल्ली में पुरुषों के बीच दूसरा सबसे ज्यादा पाया गया कैंसर हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here