प्रदूषण से बचाव के लिए विशेषज्ञों ने दिए कुछ जरूरी टिप्स

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ज्ञान प्रकाश नई दिल्ली, राजधानी में बीते कई दिनों से वायु प्रदूषण के चैंबर में तब्दील हो चुकी है। यह स्थिति आगे कब तक बनी रहेगी इस बारे में फिलहाल स्वास्थ्य एजेंसियां भी सटीक जानकारियां देने में असमय महसूस कर रही है। ऐसे में विशेषज्ञों ने सचेत रहने और सावधानी बरतने की सलाह दी है। वि स्वास्थ्य संगठन के अनुसार प्रदूषण पर अपनी ताजा ग्लोबल रिपोर्ट में आगाह किया है कि दुनिया के 20 सबसे प्रदूषित शहरों में से 14 भारत में हैं. भारत दुनिया का सबसे प्रदूषित देश है जहां हर साल 20 लाख से ज्यादा लोग प्रदूषित हवा की वजह से मरते हैं। ये तादाद दुनिया में सबसे ज्यादा है।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के निदेशक एवं रेस्पिरेटरी एंड प्लूमोनरी डिपार्टमेंट के अध्यक्ष डा. रणदीप गुलेरिया ने कुछ टिप्स दिए हैं। उनका यह भी कहना है कि हालांकि आप वायु प्रदूषण या एयर पॉल्यूशन से खुद को सौ फीसद तो नहीं बचा सकते, लेकिन फिर भी अपने बचाव के लिए कुछ कदम उठा सकते हैं।
क्या करें:
– जब भी घर से बाहर जाएं तो मुंह पर मास्क लगाकर जाएं।
– कोशिश करें कि घर में ही रहें। बाहर निकलना ही हो तो उस समय निकलें जब पर्यावरण में प्रदूषण का स्तर कम हो।
– अगर आप मुंह पर मास्क लगा कर बाहर निकल रहे हैं, तो उसे बार-बाद छूएं नहीं।
– यह जरूरी नहीं कि प्रदूषण सिर्फ शरीर के अंदरूनी हिस्सों पर असर करता है। यह आपके बाहरी हिस्सों जैसे त्वचा और आंखों को भी प्रभावित कर सकता है। तो जब भी घर से बाहर निकलें आंखों पर चश्मा जरूर लगा लें।
– बाहर के साथ साथ घर की हवा भी प्रदूषित होती है, तो घर में नियमित डस्टिंग करें।
– इस बात का भी पूरा ध्यान रखें कि आप जिस मास्क को एक बार इस्तेमाल कर चुके हैं। उसे दोबारा इस्तेमाल न करें। हां, अगर आपका मास्क रीयूजेबल है तो बात अलग है।
– सुबह की वॉक के लिए मुंह पर मास्क लगा कर ही जाएं जरूरी न हो तो जब तक वायु की गुणवत्ता सही नहीं हो जाती तब तक आप घर पर योगा व एक्सरसाइज करके अपने आप को फिट रख सकते हैं।
क्या न करें:
-तेज खासी आने फेफड़ों में जकड़न होने पर खुद दवाएं न लें, डाक्टर से परामर्श जरूरी है।
-आंखों में जलन होने आंखों को मलना, खुद ही आई ड्राप डालना।
-टू व्हीलर चलाते वक्त ऐसा हेल्मेट पहने जो एअर मास्क वाला हो।
-किचन में धूप बत्ती जलाना।
-एंटीबायोटिक दर्द निवारक दवाएं खाना।
-अस्थमा होने पर दुबह पार्क में निकलना।
प्रदूषण से होने वाली बीमारियां:
मैंक्स कैथलैब के निदेशक डा. विवेका कुमार के अनुसार प्रदूषण का शरीर के अंदरूनी अंगों को तो प्रभावित करता ही है साथ ही साथ प्रदूषण शरीर के बाह्य यानी बाहरी अंगों पर भी प्रभाव डालता है। प्रदूषण के चलते सांस लेने में तकलीफ, आंखों में जलन, खांसी, साइनस, टीबी और गले में में इन्फेक्शन, अस्थमा, फेफड़ों से जुड़े रोग भी प्रदूषण की देन हो सकते हैं। नाइट्रोजन ऑक्साइड उत्सर्जन के वि के तीन सबसे बड़े हॉटस्पॉट भारत में हैं और उनमें से एक दिल्ली में है।

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