तो भारत बढ़ रहा है संक्रमण के उन्मूलन की ओर -अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सिंगापुर यूनिवर्सिटी टेक्नालॉजी एंड डिजाइन के शोधार्थियों द्वारा 131 देशों के

सक्सेप्टिबल इंफेक्टिड रिकर्वड एपिडेमिक मॉडल की गई स्टडी -21 मई से 18 जून 2020 के मध्य कोविड-19 का उन्मूलन

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ज्ञानप्रकाश/भारत चौहान
नई दिल्ली, सिंगापुर यूनिवर्सिटी टेक्नालॉजी एंड डिजाइन के शोधार्थियों ने दुनिया के 131 देशों के सक्सेप्टिबल इंफेक्टिड रिकर्वड एपिडेमिक मॉडल की मदद से इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि 21 मई के बाद से भारत में वैिक महामारी कोरोना की रफ्तार पर में कमी आएगी और इसके साथ ही हर दिन आने वाले आंकडों की उल्टी गिनती शुरू हो जाएगी। भारतीय वैज्ञानिक इस दावे से इत्तेफाक जरूर रखते हैं लेकिन उनका कहना है कि यह सिर्फ पूर्व विश्लेषण है हम इन तथ्यों पर तभी भरोसा कर सकते हैं जबकि जिस रफ्तार से भारत में लॉडडॉउन का अनुपालन सख्ती से चल रहा है। वह आगे इस दौरान भी चलता रहे। टेस्टिंग की रफ्तार बढ़ाई जाए। उनका कहना है कि ज्यादा उत्साहित होने की जरूरत नहीं हमें अब भी फ्रंटलाइन वर्कर्स की तरह सरकार के साथ लॉडडाउन और सोशल के साथ ही फीजिकल डिस्टेंसिंग को बनाए रखना होगा। सिंगापुर यूनिवर्सिटी के आंकलन पर यदि फौरी नजर डाली जाए तो उसने सबसे ज्यादा संक्रमित कोरोना के खत्म होने वाले देशों की सूची जारी की है इस सूची में भारत, आस्ट्रेलिया, सिंगापुर, जापान, कनाडा का नाम भी है। जबकि लेबनॉन और आस्ट्रेलिया में कोरोना वायरस संक्रमण कोविड-19 खत्म हो चुका है।

ज्यादा उत्साहित होने की जरूरत नहीं, टेस्टिंग और सोशल टिस्टेंसिंग जरूरी:
इस मुद्दे पर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के निदेशक डा. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि देश में कोरोना के केस में बढ़ोतरी के ट्रेंड और उसके आधार पर भविष्य के प्रोजेक्शन का ग्राफ दिखाया। ग्राफ में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि देश में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ने की अधिकतम दर 30 अप्रैल को होगी और उसके बाद एक मई से इसमें गिरावट आनी शुरू हो जाएगी। डा. गुलेरिया कहते हैं कि स्टडी में भारत में कोरोना वायरस का अंत 21 मई तक होने का अनुमान है। यह सचमुच राहत वाली खबर हो सकती है। लेकिन यह तभी संभव है जब पहचान किए गए हॉटस्पॉय/कंटेनमेंट जोन, लॉकडाउन के निर्देशों के साथ ही रेंडम टेस्टिंग की रफ्तार को युद्धस्तर पर तेज किया जाए। रोगग्रस्त क्षेत्रों की पहचान भी जारी रहे। स्टडी में दरअसल, यह दावा किया गया है कि भारत में 21 मई तक यह वायरस 97 फीसद तक खत्म होने के आसार हैं। नतीजतन अप्रैल माह के अंत तक भारत में हर दिन आने वाले कोरोना मामलों में कमी आना शुरू हो जाएगी। यह कमी लगातार दर्ज की जाएगी। 21 मई 2020 के आसपास संक्रमितों की संख्या खत्म हो ने लगेगी। यह अनुमान हर दिन आने वाले आंकडों पर निर्धारित होगा। स्टडी के लक्ष्य 18 जून 2020 तक खत्म होने के स्वप्न को साकार करने के लिए हर भारतीय को भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर), केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय रोकथाम संबंधी दिशा निर्देशों का संख्ती से पालन करने के साथ ही साकार कर सकते हैं।
कोरोना के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी की गति में गिरावट:
कोरोना के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी की गति में तेज गिरावट इस बात का संकेत है कि भारत में कोरोना अपने पीक की ओर पहुंच रहा है। डाक्टर वीके पॉल ने जो ग्राफ दिखाया है कि उसमें 30 अप्रैल को पीक पर पहुंचने और एक मई से नीचे ओर जाने का प्रोजेक्शन किया गया है। इस संबंध में पूछे जाने पर स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि यह एक प्रोजेक्शन है, जो कई बातों पर निर्भर करता है। यदि किसी एक भी इलाके में कोरोना का बड़ा आउटब्रेक हो गया तो यह प्रोजेक्शन बदल जाएगा।

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