डेंगू से पीड़ित बच्चे को 40 बार खून चढ़ाकर जान बचाई

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ज्ञान प्रकाश नई दिल्ली , राजधानी दिल्ली में डेंगू की वजह से शॉक सिंड्रोम का शिकार हुए 12 साल के बच्चे को 40 बार खून और खून के तत्व जैसे प्लाज्मा और प्लेटलेट्स चढ़ाकर जान बचाई गई। 12 वर्षीय बच्चा साहिब डेंगू शॉक सिंड्रोम, हेपेटाइटिस (पूरी तरह लिवर फेल होने के करीब), किडनी की घातक बीमारी, सेप्सिस और डिस्इलेक्ट्रोलेमिया से पीड़ित था। इस बच्चे को जब गंभीर स्थिति में दिल्ली के वसंत कुंज स्थित फोर्टंिस अस्पताल लाया गया तो उसकी नब्ज और रक्तचाप का कोई रिकॉर्ड नहीं मिल रहा था। यह साहिब के उत्साह का ही नतीजा है कि वह इन परिस्थितियों में भी जी पाया।
बच्चे का इलाज करने वाले डा. राहुल नागपाल ने बताया कि उसे मरणासन्न स्थिति में अस्पताल में लाया गया था। बच्चे के सभी अंग तेजी से खराब हो रहे थे। उसके मुंह और नाक से गंभीर रूप से रक्तसाव हो रहा था। हालत की गंभीरता को देखते हुए उसे तत्काल पेडियाट्रिक आईसीयू में ले जाया गया जहां उसे वेंटिलेटर पर रखा गया। तत्काल भारी मात्रा में खून के नुकसान की भरपाई करने के लिए 40 बार खून, ताजा प्लाज्मा और प्लेटलेट्स जैसे ब्लड प्रोडक्ट्स चढ़ाए गए।
गंभीर थी हालत:
डाक्टरों के अनुसार बच्चा एक साथ कई बीमारियों का सामना कर रहा था। उसके किडनी के घाव को ठीक करने के लिए तरल पदार्थ और इलेक्ट्रोलाइट्स का उचित संतुलन दिया गया और डायलिसिस यूनिट को तैयार रखा गया। उपचार के बाद 13वें दिन साहिब की तबियत में सुधार दिखना शुरू हुआ। उसे एक महीने से अधिक समय तक अस्पताल में रहना पड़ा। अब वह बिल्कुल स्वस्थ्य है। साहिब को एक से अधिक बार कार्डियो रेस्पिरेटरी अरेस्ट जैसी स्थिति का सामना करना पड़ा। डॉक्टरों के मुताबिक ऐसी स्थिति में मरीज के जिंदा रहने की उम्मीद बेहद कम होती है। हालांकि डॉक्टरों के प्रयास और साहिब के उत्साह से वह हर तरह की बीमारी से मुक्त होकर अपने घर लौटा है।

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