ग्रामी अवार्ड से नवाजे गए रिकी केज अब जुटे हैं बच्चों के कुपोषण मुक्त भारत अभियान में यूनिसेफ के 70 साल पूरा होने पर दिल्ली में हुआ भव्य कार्यकर्म

0
692

ज्ञान प्रकाश नई दिल्ली , प्रख्यात इंडियन कम्पोजर, म्यूजिशियन प्रोड्यूशर एवं पर्यावरविद् ग्रामी अवार्ड से पुरस्कृत रिकी केज अब बच्चों में टीकाकरण, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, कुपोषण मुक्त भारत अभियान, अशिक्षा मुक्ति के तहत जागरुकता फैलाने में जुटे हैं। केज यहां लोधी रोड़ स्थित संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनीसेफ) के 70वें वाषिर्क समारोह में शिरकत कर रहे थे। यूनीसेफ मुख्यालय में आयोजित इस समारोह की शुरुआत रंगारंग कार्यक्रम से केज के नए सिगनेचर सांग से प्रारंभ की गई।
केज ने कहा कि की मैं दुनियाभर में बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य एवं सुरक्षा आदि के लिए कार्य करने के लिए विख्यात यूनीसेफ के साथ करीब एक साल पहले जुड़ा। इस सफर में आज का दिन मेरे जीवन के लिए एतिहासिक है चूंकि यूनीसेफ आज अपनी 70वीं सालगिरह कई चुनौतियों के साथ मना रहा है। केज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की देशभर में कुपोषण मुक्ति, टीकाकरण के लिए मिशन इंद्रधनुष 2, आयुष्मान भारत जैसी योजनाएं सफलता पूर्वक लागू करने पर प्रसन्नता जताई। उन्होंने कहा कि जहां तक मेरे हुनर का सवाल है वह मानवता को समर्पित है। पोलियो से भारत मुक्त हो चुका है उम्मीद है कि जल्द ही हम कुपोषण, रक्ताल्पता, शतप्रतिशत टीकाकरण के लक्ष्य को पूरा करेंगे। तमिल, हिंदी, तेलगू, अग्रेंजी, अरविक, पुर्तगाली भाषाओं में अपने संगीत का जलवा विखरने वाले केज ने कहा कि वह खुद को हालीवुड और वालीवुड का हिस्सा नहीं मानते हैं। मेरा हुनर बच्चों के कल्याण के लिए समर्पित रहेगा। इसके पहले यूनीसेफ के क्षेत्रीय निदेशक जीन गाउग और यूनीसेफ में भारत की प्रतिनिधि यसमीन अली ने अपने विचार रखे।

प्रोटोकॉल अधिकारी सोनिया सरकार ने कहा कि इस कोष की स्थापना 11 दिसम्बर 1946 में न्यूयार्क में की गई थी। तब से वह दुनिया भर में बच्चों के कल्याण एवं जीवन बचाने के लिए निरंतर काम कर रही है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here