भारत चौहान, मशहूर कबड्डी कोच और अर्जुन पुरस्कार विजेता श्री राम मेहर सिंह को जकार्ता एशियन गेम्स 2018 की भारतीय राष्ट्रीय पुरुष कबड्डी टीम को प्रशिक्षण देने की जिम्मेदारी दी गई है। गेम्स की शुरुआत आज होने वाली है। वे इस प्रतिष्ठा वाले खेल में भारतीय टीम के अच्छे प्रदर्शन के लिए जिम्मेदार हैं। इसके लिए वे खिलाड़ियों को हरेक मैच के लिए शारीरिक और मानसिक तौर से तैयार करेंगे। कोचिंग की उनकी जोरदार शैली प्रत्येक खिलाड़ी का सर्वश्रेष्ठ बाहर लाती है।
जकार्ता ऐशियन गेम्स में ऐक्शन पैक्ड कबड्डी मैच का आयोजन 19 से 24 अगस्त 2018 के बीच होगा। इसमें कबड्डी की 12 राष्ट्रीय टीमें पुरुषों की श्रेणी में स्वर्ण पदक के लिए मुकाबला करेंगी।
राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र में कबड्डी की भावना के विकास के लिए श्री राम मेहर सिंह की प्रतिबद्धता को मूल्यवान माना गया है। 2002 के एशियन गेम्स के दौरान कबड्डी में उल्लेखनीय प्रदर्शन के लिए उन्हें अर्जुन पुरस्कार दिया गया था। कबड्डी के प्रति उनके समर्पण का सम्मान करते हुए हरियाणा सरकार ने उन्हें प्रतिष्ठा वाले भीम अवार्ड से भी सम्मानित किया था।
कबड्डी के विकास के लिए श्री राम मेहर सिंह अभी भी सक्रिय भूमिका निभाते हैं। एयर फोर्स (वायु सेना) और सर्विसेज टीम की कोचिंग उन्होंने 2004 में शुरू की थी और इसका नतीजा यह हुआ कि तीन राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में जीत मिली। वे खिलाड़ियों का चुनाव करने वाली राष्ट्रीय समिति के पैनल में भी हैं।
श्री राम मेहर सिंह पटना पायरेट्स के जाने-माने कोच, डिफेंडिंग चैम्पियन और विवो प्रो कबड्डी लीग के एक सफल फ्रैंचाइजी भी हैं। कबड्डी के प्रशंसकों को उन्होंने खूब उत्साहित किया है और अपनी रणनीतिक तथा युक्तिसंगत सोच से खेल में नए आयाम जोड़कर विरोधियों को चकित किया है। राम मेहर सिंह के सीखाए लड़के उनके दिशा-निर्देशन में कबड्डी की प्रतिस्पर्धी भावना को और आगे बढ़ाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
जकार्ता गेम्स के लिए भारतीय कबड्डी टीम बेजोड लगती है। इसमें दिग्गज खिलाड़ी है। इनमें डुबकी किंग प्रदीप नरवल, कप्तान अजय ठाकुर, ऋशांक देवडिगा, रोहित कुमार, राहुल चौधरी, गंगाधरी मलेश और मोनू गोयत शामिल हैं जबकि मोहित चिल्लर, राजू लाल चौधरी और गिरीश एरनक तीन अनुभवी डिफेंडर हैं। दीपक हूडा और संदीप नरवल टीम में दो ऑल राउंडर हैं जबकि मनिन्दर सिंह और अमित नागर दो स्टैंड बाई खिलाड़ी हैं।
एशियन गेम्स की कबड्डी में भारत का हमेशा प्रभुत्व रहा है और यह 1990 में बीजिंग एशियाई गेम्स की शुरुआत से ही है। भारतीय राष्ट्रीय कबड्डी टीम ने 1990 से 2014 तक एशियन गेम्स में सभी सात स्वर्ण जीते हैं।
पटना पायरेट्स के बारे में :
पटना पायरेट्स विवो प्रो कबड्डी लीग की एकमात्र टीम है जिसने लीग में जहां कहीं हिस्सा लिया है लगातार एक सा प्रदर्शन किया है। टीम सभी 5 सीजन में प्ले ऑफ मैच तक पहुंच गई थी और विवो प्रो कबड्डी लीग के सीजन 5, 4 तथा 3 में चैम्पियन का खिताब जीत चुकी है। पीकेएल की डिफेंडिंग चैम्पियन कबड्डी के शौकीनों को सीजन 6 में उत्साहित करने के लिए पूरी तरह तैयार है। इसकी शुरुआत 5 अक्तूबर 2018 से होगी।