ज्ञानप्रकाश नई दिल्ली, नवश्री मानव धर्म रामलीला कमेटी माडल टाउन के मंच पर भगवान परशुराम का किरदार निभाने वाले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद मनोज तिवारी राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) अब लीला के मंच से लागू कराने की वकालत कर रहे हैं। दरअसल, जब भगवान शिव का धनुष श्री राम ने तोड़ा तो परशुराम का किरदार निभा रहे मनोज तिवारी गुस्से में आकर राजा जनक से पूछते हैं ‘जनक यह कितने विशिष्ट अलग-अलग देशों के राजा यहां हैं, इतनी भारी भीड़ है यह सब कहां से आए हैं। यह कोई विदेशी घुसपैठिए हैं या तुमने बुलाया है।
परशुराम का किरदार निभा रहे मनोज तिवारी यहीं नहीं रु के। रामलीला मंचन के दौरान जब परशुराम-लक्ष्मण का संवाद हुआ तब मनोज तिवारी ने लक्ष्मण को आतंकी कहा। तिवारी बोले मेरे इस लहू कुल्हाड़ी ने रक्त की नदियां बहा दी हैं और इस आर्य भूमि पर कई बार आतंकियों की शमशान बना दी है। विख्यात सहस्त्रबाहु याद होगा। विख्यात सहस्त्रबाहु का भी यह भुजदंड काटने वाला है। इस फरसे को तू भी निहार बच्चे यह दुष्टों का लहू चाटने वाला है। इस बारे में दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने संवाद्दाताओं से कहा कि मैंने लीला के निदेशक से बात करके यह शब्द इस्तेमाल किए हैं। मूल बात यह है कि जो देश के लोग हैं उनको देश के किसी भी कोने से बेदखल नहीं किया जा सकता लेकिन जो अवैध घुसपैठिए हैं उन लोगों को तो हम चिन्हित करके ही रहेंगे। ऐसा हमारा सिद्धांत है। मनोज तिवारी ने लक्ष्मण को आतंकी कहने पर कहा कि मैंने आतंकी शब्द का इस्तेमाल उन राजाओं के लिए किया था जो अत्याचार करते थे। जिस समय की रामायण है उस समय क्षत्रिय जाति नहीं होती थी बल्कि श्रेणी होती थी। परशुराम जी ने क्षत्रियों को नहीं मारा बल्कि उन राजाओं को मारा जो राक्षसी प्रवृत्ति में लिप्त थे, अत्याचार करते थे।