पुराने गार्ड बदले, मारपीट के बाद जेपीएन ट्रामा सेंटर में लगाए गए नए गार्ड -एम्स जांच समिति बना रहा – सोमवार को गायब रहे बाउंसर

0
802

भारत चौहान नई दिल्ली , अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स ) जेपीएन ट्रामा सेंटर में रविवार को बाउंसरों की ओर से मरीज के परिजनों से मारपीट के बाद सोमवार को नए सुरक्षा गाडरे की तैनाती की गई। ट्रामा के आपातकालीन सेवाओं के प्रवेश द्वार और कई अन्य जगहों पर नए सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। यहां संस्थान में दूसरे जगहों पर काम करने वाले सुरक्षाकर्मी तैनात दिखे। आमतौर पर आपातकालीन सेवाओं के मुख्य द्वार पर आम सुरक्षाकर्मिंयों के अलावा 5 से 8 बाउंसरों की तैनाती रहती है। हालांकि सोमवार को यहां कोई बाउंसर नहीं दिखा। रविवार को मारपीट में घायल हुए लोग और उनके परिजन प्रतीक्षालय में मौजूद थे। एक व्यक्ति के हाथ में प्लास्टर और सिर में कई टांके लगे थे। वहीं उनके बेटे के सिर में भी कई टांके आए हैं। वे सभी अपना इलाज कराने के बाद ट्रामा सेंटर के प्रतीक्षालय में मौजूद थे। उनके परिवार की एक लड़की का ट्रामा सेंटर में ही इलाज चल रहा है। उसे चौथी मंजिल से गिरने के बाद चोट लगी थी।

आंतरिक जांच समिति बनाएगा एम्स:
ट्रामा सेंटर में हुई मारपीट की घटना को एम्स प्रबंधन ने गंभीरता से लिया है। एम्स की सुरक्षा प्रबंधन सेवाओं के प्रमुख प्रोफेसर विप्लव मिश्रा ने कहा कि हम इस पूरे मामले की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय आंतरिक जांच समिति गठित कर रहे हैं। मारपीट से लेकर छेड़छाड़ के आरोपों की जांच की जाएगी और दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई होगी। फिलहाल सभी सीसीटी फुटेज ले ली गई हैं और इसके आधार पर मामले का पता लगाया जा रहा है। पुलिस ने चार सुरक्षाकर्मिंयों को मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया है। उन्होंने कहा कि वे अस्पताल में सुरक्षा के लिए एक निजी कंपनी से सुरक्षाकर्मी हायरकरते हैं। उन्हें समय-समय पर स्थिति से निपटने और मरीजों के तीमारदारों से व्यवहार का प्रशिक्षण भी दिया जाता है। इन्हें बाउंसर कहना गलत है ये दूसरे लेयर के स्पेशल सुरक्षाकर्मी होते हैं।
एक मरीज एक रिश्तेदार:
एम्स के निदेशक डा. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि मरीजों के साथ ही कई उनके रिश्तेदार प्रवेश करने का प्रयास करते हैं, अब ऐसा नहीं होगा। सुरक्षाकर्मियों को सख्त निर्देश दिया गया है कि वह सिर्फ एक मरीज के साथ एक ही रिश्तेदार को वार्ड में प्रवेश दिया जाएगा। वह भी यदि जरूरी हुआ तो। इसका उल्लंघन करते पाए जाने पर सुरक्षाकर्मियों के साथ ही मरीज के रिश्तेदार के खिलाफ सरकारी कामकाज में व्यवधान पहुंचाने, नियम का अुनपालन न करने संबंधी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here