अब एम्स के डाक्टर ई-आईसीयू वीडियो कंस्लटेशन प्रोग्राम के जरिए कोविड-19 मृत्युदर में कमी लाने में जुटे! -पेशेंट फ्रेंडली नए दिशा निर्देश तैयार होंगे

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ज्ञानप्रकाश नई दिल्ली,वैश्विक महामारी कोरोना कोविड-19 की मृत्यु दर में कमी लाने के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ने दिल्ली समेत देशभर के आईसीयू डॉक्टरों के साथ वीडियो कंस्लटेशन प्रोग्राम के तहत अन्तरराष्ट्रीय मानदंडों के तहत दिशा निर्देश तैयार करेगा। एम्स के निदेशक डा. रणदीप गुलेरिया के अनुसार ई-आईसीयू नामक इस प्रोग्राम की शुरुआत जुलाई, 2020 के पहले सप्ताह में प्रारंभ की गई थी। इस प्रोग्राम का उद्देश्य देश में कोविड फेसिलिटिज और अस्पतालों में मरीजों के उपचार में अग्रिम पंक्ति के डॉक्टरों के साथ केस प्रबंधन चर्चा करना है। कोविड-19 के मरीजों का प्रबंधन कर रहे डॉक्टर समेत आईसीयू के डॉक्टर इस वीडियो प्लेटफॉर्म से नई दिल्ली एम्स के विशेषज्ञों और अन्य डॉक्टरों के साथ जानकारी और अनुभव साझा किया। वहां ब्याप्त कमियों को दूर करने पर विचार हुआ।
जरूरत क्यों:
डा. गुलेरिया के अनुसार ऐसी चर्चा का प्रमुख उद्देश्य साझा किए गए अनुभवों को साझा करना और आइसोलेशन बिस्तर, ऑक्सीजन सुविधा युक्त बिस्तर और आईसीयू बिस्तर समेत हजार बिस्तरों वाले अस्पतालों की श्रेष्ठ प्रक्रियाओं को मजबूत बनाना है। जिन मुद्दों पर जोर दिया गया वे हैं- रेमडिसिविर, कॉन्वालेसेंट प्लाज्मा और टोकिलिजुमाब जैसी इंवेस्टिगेशनल थेरेपी का तर्कसंगत उपयोग शामिल हैं। उपचार करने वाले डॉक्टरों ने वर्तमान संकेतों और उनके अंधाधुंध उपयोग तथा सोशल मीडिया के दबाव पर आधारित प्रेसक्रिप्शन को सीमित करने की आवश्यकता पर चर्चा की। अधिक प्रवाह की ऑक्सीजन के उपयोग, नॉन-इंवेसिव वेंटिलेटर और उन्नत रोग के लिए वेंटिलेटर सेटिंग भी साझा चर्चा के बिंदु रहे। कोविड-19 के निदान के लिए इस्तेमाल की जा रही विभिन्न प्रकार की जांच रणनीतियां भी साझा सीखने का अहम विषय रहा।
मरीजों के साथ विनम्र व्यवहार पर जोर:
जांच को दोहराना, मरीजों की भर्ती और छुट्टी के मानदंड, मरीजों के छुट्टी के बाद उनके लक्षणों और उनके काम पर लौटने जैसे मुद्दों पर भी विचार-विमर्श किया गया। अन्य साझा चिंता के कुछ मुद्दों में मरीजों के साथ बातचीत के तरीके, स्वास्थ्य देखभाल कर्मिंयों की स्क्रीनिंग, नये और शुरूआती मधुमेह के प्रबंधन, आघात, डायरिया और मयोकार्डियल इंफ्राक्शन आदि जैसे असामान्य प्रजेंटेशन शामिल हैं

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