राजधानी में यहां फैला कोरोना का ज्यादा संक्रमण, पीक पर पंहुचा कोरोना सरकार ने दिया जवाब-11 जिलों में कराया गया सीरो सर्वे

करीब 23 फीसद जनसंख्या कोरोना से संक्रमित हो चुकी -77 फीसद जनसंख्या ऐसी है जोकि इस बीमारी से बची हुई है

0
518

ज्ञान प्रकाश नई दिल्ली, राजधानी दिल्ली में कोरोना के बढ़ते स्तर ने पूरे देश के लोगों को चिंता पर डाल में दिया था लेकिन उसी दिल्ली से सबसे पहले अच्छी खबर भी सामने आ रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीरो सर्वे का जिक्र किया। इसमें बताया कि दिल्ली की लगभग 22.86 फीसद जनसंख्या कोरोना से संक्रमित हो चुकी है और इनमें एंटीबॉडी तैयार हो चुका है। लेकिन अभी भी राजधानी की 77 फीसद जनसंख्या ऐसी है जोकि इस बीमारी से बची हुई है। इस बीमारी को हर वो इंसान पसंद है जो इससे बचा हुआ है इसलिए हमको बेफिक्र नहीं होना है क्योंकि अभी भी 77 फीसद लोग इससे बचे हुए हैं।
हर चौथे व्यक्ति में एंटीबॉडीज तैयार:
स्वास्थ्य मंत्रालय और नीति आयोग के सदस्य डा. वीके पॉल समेत अन्य स्वास्थ्य अधिकारियों ने सीरो सर्वे से जुड़े बहुत सारे अनसुलझे सवालों का जवाब दिया है। इस सर्वे से साफ हुआ है कि दिल्ली के लोगों ने कैसे इस बीमारी को मात दी है। इस सर्वे को दिल्ली के 11 जिलों में लगभग 20 हजार से ज्यादा लोगों पर किया गया। सर्वे को 27 जून से 10 जुलाई के बीच किया गया जिसमें कि 7 जुलाई तक सैंपल जुटाए गए थे। ये वो वक्त था जब दिल्ली में हर रोज तीन से चार हजार के बीच कोरोना संक्रमित मामले सामने आ रहे थे। अब सीरो सर्वे में जो रिजल्ट सामने आए हैं उनसे साफ हो गया है कि दिल्ली के हर चौथे शख्स में एंटीबॉडीज डिवेलप हो चुकी है।
दिल्ली के 11 जिलों में किया गया सीरो सर्वे:
सीरो सर्वे के मुताबिक दिल्ली के 11 में से 8 जिलों में 20 फीसद जनसंख्या इससे संक्रमित हो चुकी है, यानी कि अब इनमें एंटीबॉडी तैयार हो चुकी है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा कराए गए सीरो सर्वे के आंकड़ों के मुताबिक साउथ ईस्ट जिले में 22.12 प्रतिशत, शाहदरा जिले में 27.61 प्रतिशत, नॉर्थ वेस्ट दिल्ली में 23.31 प्रतिशत और नई दिल्ली में 22.87 प्रतिशत लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। इसके अलावा सेंट्रल दिल्ली में 27.86 फीसद, साउथ वेस्ट में 12.95 फीसद, नॉर्थ वेस्ट 27.7 फीसद, ईस्ट दिल्ली में 23.9 फीसद और नॉर्थ दिल्ली में 25.26 फीसद, साउथ दिल्ली में 18.61 फीसद और वेस्ट दिल्ली में 19.13 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं।
ऐसे हुआ सीरो सर्वे:
सीरो सर्वे में दिल्ली के सभी 11 जिलों को कवर किया गया। सर्वे में शामिल टीमों ने सहमति लेने के बाद कुछ चुनिंदा लोगों के खून के नमूने लिए। इसके बाद आईसीएमआर के मानकों के मुताबिक ऐंटिबॉडी टेस्ट किया गया। इस सर्वे में लैब स्टैंर्डड के मुताबिक 21 हजार 387 सैंपल जमा किए गए। इस टेस्ट की मदद से यह जाना गया कि आखिर कितने लोगों के अंदर कोरोना वायरस से लड़ने के लिए ऐंटिबॉडी तैयार हो चुकी है। इस सर्वे में एंटीबॉडीज का रैपिड टेस्ट करके पता लगाया गया कि शख्स में कोरोना एंटीबॉडी बनी है या नहीं। इससे पता लगता है कि क्या शख्स कभी कोरोना के संपर्क में आया था या नहीं।
र्हड इम्यूनिटी:
र्हड इम्युनिटी मेडिकल साइंस का एक बहुत पुरानी प्रक्रिया है। इसके तहत देश की आबादी का एक तय हिस्से को वायरस से संक्रमित कर दिया जाता है। ताकि वो इस वायरस से इम्यून हो जाएं। यानी उनके शरीर में वायरस को लेकर एंटीबॉडीज बन जाएं। इससे भविष्य में कभी भी वो वायरस परेशान नहीं करेगा।
यह भी:
अगर राजधानी की 60-70 फीसदी आबादी कोरोना से पीड़ित हो जाए और लोगों में इसका एंटीबॉडी बन जाए। जब वायरस एक शरीर से दूसरे शरीर में ट्रांसफर होगा तो उसकी क्षमता धीरे-धीरे कम होते जाती है और धीरे-धीरे यह खत्म हो जाता है। ऐसे में कमजोर वायरस को फिर से फैलने के लिए किसी मजबूत वायरस की जरूरत पड़ती है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here