भारत चौहान नयी दिल्ली, पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने सोमवार को कहा कि हमें ऐसी शिक्षा व्यवस्था की जरूरत है, जहां गलत समझे जाने के डर के बिना हर कोई मुक्त तरीके से अपने को अभिव्यक्त कर सके। मुखर्जी आनंद पर्वत में रामजस स्कूल के 28 वें वाषिर्क दिवस समारोह में उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, ‘‘शिक्षा सबसे शक्तिशाली औजार है जिसका इस्तेमाल आप दुनिया को बदलने में कर सकते हैं। हमारे आसपास की दुनिया बहुत तेजी से आगे बढ रही है। हमारे पास अपनी अंतरात्मा में झांकने का वक्त नहीं है। शिक्षा क्षेत्र में बहुत सारे सकारात्मक विकास हुए हैं लेकिन हमें अभी लंबा रास्ता तय करना है।’’ मुखर्जी ने कहा, ‘‘हमें ऐसी शिक्षा व्यवस्था बनाने की जरूरत है जहां गलत समझे जाने के डर के बिना हर कोई मुक्त तरीके से अपने को अभिव्यक्त कर सके।’’ पूर्व राष्ट्रपति ने विशिष्ट प्रदर्शन करने के लिए पुरस्कृत छात्रों की तारीफ की । उन्होंने कहा कि बच्चों में यह भावना भरने की जरूरत है कि उनका कोई दुश्मन नहीं है और हर कोई उनका दोस्त है।
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