ज्ञान प्रकाश भुवनेर, तृणमूल कांग्रेस के 40 विधायकों के संपर्क में होने के प्रधानमंी नरेंद्र मोदी के दावे पर पलटवार करते हुए तृणमूल प्रमुख एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंी ममता बनर्जी ने मंगलवार को श्री मोदी की उम्मीदवारी रद्द करने की मांग की।
सुश्री बनर्जी ने हुगली जिले में आयोजित चुनावी सभा में श्री मोदी के दावे पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा,‘‘वह (श्री मोदी) लोगों को खरीदने की कोशिश कर संविधान का उल्लंघन कर रहे हैं। तृणमूल में समर्पित लोग हैं तथा अपने खून का आखिरी कतरा तक बहाने को तैयार हैं। इन्हें धन बल के सहारे नहीं खरीदा जा सकता। वह बेशर्म प्रधानमंी हैं। उनकी उम्मीदवारी को रद्द किया जाना चाहिए।’’
उन्होंने कहा कि लोग अपने कीमती वोट के बल पर भाजपा को करारा जवाब देंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा केवल धन लूटने और दंगे भड़काने का काम करती है।
तृणमूल नेता ने कहा, ‘‘श्री मोदी कभी नहीं कहते कि उन्होंने देश के लोगों के लिए पांच वष्रों में क्या किया। वह केवल यहां आते हैं और कहते हैं, बंगाल में जीतना चाहते हैं। पिछले पांच वष्रों के दौरान उन्होंने बंगाल के बारे में कुछ नहीं सोचा। अब जबकि अन्य राज्यों में हार का सामना करना पड़ रहा है जब वह (श्री मोदी) यहां आ रहे हैं।’’
सुश्री बनर्जी ने कहा,‘‘लोग श्री मोदी से घबराते हैं। वह ऐसे पहले नेता हैं जिसने लोगों में दहशत कायम कर रखी है। सच्चे नेता को लोग प्यार करते हैं। वह आयकर और प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों को लोगों को डराने के लिए उनके घरों पर भेजते हैं।’’
मुख्यमंी ने आरोप लगाया, ‘‘ उन्होंने (श्री मोदी) प्रत्येक नागरिक के बैंक खाते में 15 लाख रुपये जमा करने का वादा किया था। उन्होंने पांच सालों में 10 करोड़ युवाओं को रोजगार मुहैय्या कराने का भी वादा किया था लेकिन उन्होंने (श्री मोदी ने) कोई भी वादा पूरा नहीं किया।’’
उन्होंने कहा कि दूसरी ओर 12 हजार से अधिक किसानों ने आत्महत्या कर ली, खाना पकाने की गैस, डीजल और पेट्रोल की कीमतें अंधाधुंध तरीके से बढ़ीं। सभी चीजों के दाम बढ़े, ये सब ‘अच्छे दिन’ के नाम पर।
सुश्री बनर्जी ने कहा, ‘‘मैने डनलप के अधिग्रहण को लेकर कई बार प्रयास किये लेकिन केंद्र ने इसकी इजाजत हमें नहीं दी। हम राज्य का नाम बदलकर बंगला रखना चाहते हैं लेकिन इसकी भी इजाजत केंद्र की ओर से नहीं दी गयी। हमने लोगों के लिए विकास के कई काम किये जबकि इस दौरान श्री मोदी विदेशों का दौरा करते रह गये।’’
उन्होंने कहा कि करीब 50 हजार बीएसएनएल के कर्मचारियों पर नौकरी जाने का खतरा मंडरा रहा है। जेट एयरवेज संकट के दौर से गुजर रहा है।