ज्ञान प्रकाश नई दिल्ली,
लंबे समय से किडनी को लेकर परेशान वित्त मंत्री अरुण जेटली का किडनी प्रत्यारोपण सोमवार को एम्स में हुआ। शनिवार को एम्स में भर्ती होने के बाद डॉक्टरों ने तमाम मेडिकल जांच के बाद उनके ऑपरेशन का निर्णय लिया। ऑपरेशन के बाद एम्स प्रबंधन ने इसकी पुष्टिï करते हुए फिलहाल जेटली की हालत स्थिर बताई हे। साथ ही कहा है कि ऑपरेशन सफल हुआ। वित्त मंत्री अरुण जेटली और उन्हें किडनी दान में देने वाला शख्स दोनों की हालत स्थिर है। डॉक्टरों की विशेष टीम उनकी निगरानी कर रही है। प्रबंधन ने उम्मीद जताई है कि जल्द ही इनकी रिकवरी होगी।
उधर एम्स के वरिष्ठï डॉक्टर ने बताया कि सोमवार सुबह करीब 8 बजे से वित्त मंत्री का किडनी प्रत्यारोपण होना शुरू हुआ था। दोपहर करीब साढ़े 12 बजे तक चले इस ऑपरेशन के बाद मरीज को विशेष निगरानी के लिए रिकवरी में शिफ्ट कर दिया है। उन्होंने बताया कि करीब 12 वरिष्ठï डॉक्टरों सहित 20 चिकित्सीय सलाहकारों की टीम ने मिलकर यह ऑपरेशन किया है। चूंकि वित्त मंत्री पहले से ही मधुमेह से पीडि़त हैं। इसलिए उनकी रिकवरी पर डॉक्टरों का फोकस ज्यादा है। सूत्रों की मानें तो डॉक्टरों की इस टीम में एम्स निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया के भाई और अरुण जेटली के पारिवारिक अपोलो के डॉक्टर संदीप गुलेरिया भी शामिल थे।
बता दें कि विगत छह अप्रैल को सोशल मीडिया पर 65 वर्षीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अपनी बीमारी की पुष्टिï करते हुए किडनी प्रत्यारोपण के लिए एम्स में भर्ती होने की जानकारी दी थी। करीब पांच दिन तक एम्स में भर्ती रहने के दौरान उनके तमाम मेडिकल टेस्ट हुए थे। लेकिन शारीरिक स्थिति ठीक न होने की वजह से डॉक्टरों ने प्रत्यारोपण कुछ समय बाद कराने की सलाह दी थी। जिसके बाद शनिवार को अरुण जेटली वापस एम्स में भर्ती हुए। जानकारी के अनुसार वर्ष 2014 में वित्त मंत्री वजन कम करने के लिए होने वाली बेरिएट्रिक सर्जरी करा चुके हैं। इसके अलावा कई वर्ष पहलेे जेटली हार्ट सर्जरी भी करवा चुके हैं।