ज्ञान प्रकाश नई दिल्ली , विशेषज्ञों ने आज कल हो भीषण गर्मी और हीट स्ट्रोक के लक्षणों को नजरंदाज नहीं करने की हिदयात दी है। एम्स में गैस्ट्रो यूनिट के डा. अभिनव के अनुसार हीट स्ट्रोक जानलेवा भी हो सकता है। इसके मरीज बेहोश हो जाते हैं। अगर व्यक्ति बेहोश हो जाए और उसे हीट स्ट्रोक के लक्षण दिखें तो तुरंत उसे अस्पताल ले जाएं
लक्षण
-जरूरत से ज्यादा पसीना
-ब्लड प्रेशर में कमी
-मांशपेशियों में ऐंठन
-डिहाइड्रेशन के साथ मितली, चक्कर, कमजोरी और सुस्ती
-इन लक्षणों के दौरान पीड़ित कभी-कभी बेहोश भी हो जाता है।
हीट स्ट्रोक:
-त्वचा गर्म और शुष्क हो जाती है
-शरीर का तापमान 104 डिग्री या अधिक होना
-दिल की धड़कन और सांसें तेज या कम होना
-अचानक बेहोशी छा जाना
-रक्त वाहिकाओं का कसना
-यह शरीर के पहले से ही कम हो चुके ब्लड प्रेशर को बढ़ाने का प्रयास करता है।
खतरा ज्यादा:
हीट स्ट्रोक हर व्यक्ति की प्रतिरोधक क्षमता के आधार पर आ सकता है, फिर भी कुछ लोगों को इसकी आशंका अधिक होती है।
-तेज धूप में अधिक समय तक काम करने वालों को खतरा अधिक
-अधिकतर हीट स्ट्रोक उस समय होता है, जब कोई शख्स बिना तरल पदार्थ लिए बहुत गर्म और आर्द मौसम में देर तक काम करता है।
-शिशुओं, छोटे बच्चों या बुजुर्गों (विशेषकर 65 वर्ष से अधिक आयु) के मामले में अधिक सावधानी बरतने की जरूरत
-मधुमेह, मानिसक बीमारी, ब्लड प्रेशर की दवा खाने वाले, बहुत अधिक शराब पीने वाले या मोटापे से ग्रस्त व्यक्ति को खतरा अधिक
यह करें:
-संभव हो तो पीड़ित व्यक्ति को स्नान कराएं या ऐसा नहीं है तो उसे गीली बेडशीट में लपेंटें
-पीड़ित सचेत हो तो उसे हाइड्रेटेड करना चाहिए और पानी पिलाना चाहिए
-इस अवस्था में खून गाढ़ा हो जाता है। ऐसे में पानी या इलेक्ट्रोलाइट्स से भरपूर तरल चीजें दें।
-मरीज को तुरंत अस्पताल ले जाने की जरूरत होती है
यह न करें
-एनर्जी या शुगर वाले पेय पदार्थ न दें
बचाव :
-शुगर का कम इस्तेमाल करें
-धूप में निकलने से बचें
-कैफीन और शराब से बचें
-इस दौरान खूब पानी पीएं
-हल्के रंग के ढीले-ढाले कपड़े पहनें
-बाहर निकलते समय छाते, टोपी या कपड़े से खुद को ढंकें