ज्ञान प्रकाश नई दिल्ली , मच्छरों को पनपने देने में दिल्लीवाले भागीदार होते दिखाई दे रहे हैं। इसकी पुष्टि बड़ी तादाद में मिल रहे लार्वा से हो रही है। पिछले एक सप्ताह के दौरान 1886 जगह लार्वा मिल चुका है। एक जनवरी से लेकर 11 मई, 2019 के दौरान यह आंकड़ा 8546 पर पहुंच चुका है। लार्वा मिलने की वजह से जलजनित बीमारियों से पीड़ितों की तादाद में बढ़ोतरी हो रही है। सप्ताहभर में 1886 जगह लार्वा मिलने का खुलासा एमसीडी की साप्ताहिक रिपोर्ट में हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक 5 से 11 मई के बीच यह लार्वा मिला है। सबसे ज्यादा नार्थ एमसीडी में 767, साउथ में 711 और पूर्वी दिल्ली म्यूनिसिपल कारपोरेशन में 408 जगह लार्वा मिला है। हालांकि साल 2019 के मुकाबले 2018 में इससे ज्यादा जगह लार्वा मिला था। इस वर्ष 1 जनवरी से 12 मई, 2018 के दौरान 10618 जगह लार्वा मिला था। दक्षिश दिल्ली नगर निगम की सप्ताहिक रिपोर्ट के अनुसार इस दौरान मलेरिया के दो, डेंगू के एक जबकि चिक नगुनिया के एक मामले पाए गए। इस वर्ष अब तक 4 मलेरिया के, 9 डेंगू के, 5 चिकनगुनिया के मामले दर्ज किए गए हैं।
कर रहा है सेहत खराब:
लार्वा ज्यादा मिलने का असर लोगों के स्वास्थ्य पर भी पड़ता दिख रहा है। इस साल 1 जनवरी से 11 मई 2019 के बीच डेंगू के 45 मामले सामने आ चुके हैं। इसमें से 9 पूरी तरह पोजिटिव पाए जा चुके हैं। जबकि 28 दूसरे राज्यों के हैं और 8 के बारे में पता नहीं चल पया है। बीते सप्ताह एक नया मामला सामने आया है, जिसकी पहचान नहीं है जबकि 2 मामले दूसरे राज्यों के हैं। वहीं मलेरिया के 12 मामले सामने आए हैं। इसमें से 4 दिल्ली और 8 बाहर के राज्यों से हैं। इस सप्ताह 7 नए मामले सामने आए हैं, इसमें से 2 दिल्ली और 5 अन्य राज्यों के हैं। चिकनगुनिया के 18 मामलों में से 5 दिल्ली, 8 अन्य राज्य और 2 के बारे में पता नहीं चल पाया है। इस सप्ताह दिल्ली का एक और तीन अन्य राज्यों के मरीज हैं।
बचाव ही सटीक इलाज:
मैक्स कैथलैब के निदेशक डा. विवेका कुमार ने कहा कि मच्छरों की रोकथाम से इस बीमारी से बच सकते हैं। हल्का सा फीवर आने पर नजरंदाज नहीं करना चाहिए। वहीं कार्डियालॉजिस्ट डा. रजनीश मल्होत्रा ने हृदय रोगियों को मच्छरों से बचने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि हृदय रोगियों का इम्यूनो सिस्टम कमजोर रहता है।