अरुण त्यागी ,यूट्यूब चैनल ‘कहानीकार’ पर रिलीज़ हुई दादा साहेब फाल्के खिताब से सम्मानित शॉर्ट फिल्म ‘मैं दीया’। यह शॉर्ट फिल्म ‘महिला सशक्तिकरण’ पर बनी अब तक की बेहतरीन फिल्मों में अपना नाम दर्ज़ करवा चुकी है। फिल्म में समाज की बहुत सारी खामियों को बहुत ही सहजता से दिखाया गया है जिनमें कन्या भ्र्रूण हत्या, शिशु हत्या, महिला शिक्षा और समाज में महिलाओं की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण हैं। अपनी इन्हीं खूबियों के चलते यह फिल्म न सिर्फ दर्शकों के दिलों में जगह बना पायी है बल्कि कई राष्ट्रिय और अंतर्राष्टीय फिल्म महोत्सवों में दर्शकों और फिल्म समीक्षकों द्वारा सराही गई है। हरियाणा की पृष्ठभूमि पर आधारित इस फिल्म में बाल किरदार कुलदीप अपनी नवजात बहन को अपने ही परिवार से बचाकर घर से भाग जाता है और अपना पूरा जीवन उसके पालन पोषण एवं शिक्षा को समर्पित कर देता है। फिल्म के किरदार रुलाते हैं, सिखाते हैं और दर्शकों के दिलों पर एक अमिट छाप छोड़ जाते हैं। फिल्म के लेखक और निर्देशक दीपक शर्मा ‘दादा साहेब फाल्के अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव’ में ‘बेस्ट इमर्जिंग डायरेक्टर’ के खिताब से नवाज़े जा चुके हैं। साथ ही, फिल्म ने ‘हरियाणा इंटरनेशनल फिल्म महोत्सव’ में सबसे लंबे स्टैंडिंग ओवेशन का रिकॉर्ड भी बनाया है। एक ओर जहां अधिकतर शॉर्ट फिल्में फ़िल्म महोत्सवों तथा डिजिटल रिलीज़ तक सीमित रह जाती हैं, वहीं इस फिल्म को बनाने वाली युवा टीम ने फ़िल्म में दिखाए गए जागरूकता अभियान को जन-जन तक पहुंचाने के लिए विभिन्न स्कूलों, महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों, सामाजिक स्थलों तथा गावों में फिल्म की स्क्रीनिंग का बीड़ा उठाया है। इसके तहत अब तक 50 से ज़्यादा स्थानों पर ‘मैं दीया’ दिखाई जा चुकी है तथा दिखाई जा रही है। फिल्म और इसकी पूरी टीम के कार्यों तथा उपलब्धियों से प्रभावित होकर हरियाणा सरकार ने ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ के समारोह में फिल्म में काम करने वाली सभी महिलाओं को सम्मानित किया है। दर्शक भी इस मुहीम से जुड़ सकते हैं और इस फिल्म की टीम को सहयोग कर सकते हैं।