ट्यूब्रोक्लोसिस (टीबी) एक्सपोजर की वजह से कम है कोरोना मृत्युदर! -कोविड-19 सक्रिय संक्रमण के बावजूद, कोरोना के कारण होने वाली मौतें कम

एमएएमसी-जेपीएन के वैज्ञानिकों ने किया अध्ययन -कम मृत्युदर की वजह बताई टीबी

0
551

भारत चौहान नई दिल्ली, देश की राजधानी दिल्ली शहर में कोविड-19 के लगातार बढ़ते संक्रमण के बावजूद, वायरल संक्रमण के कारण होने वाली मौतें कम हैं। मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज (एमएएमसी) से संबंद्ध एलएनजेपी हास्पिटलके डॉक्टरों के मुताबिक, जिन रोगाणुओं की वजह से टीबी होती है, उनके साथ फ्रे क्वेंट एक्सपोजर इसकी वजह हो सकती है।
टीबी, फ्रेक्वेंट एक्सपोजर थिअरी पर अध्ययन:
देशभर के सबसे बड़े कोविड अस्पतालों में से एक, लोक नायक के डॉक्टरों ने हाल ही में इस थिअरी का परीक्षण करने के लिए एक छोटी सी स्टडी की। उन्होंने लोगों को तीन समूहों में बांटा: एच, ए और एस। ग्रुप-एच में कोविड नेगेविट रिपोर्ट वाले अस्पताल के 20 स्वस्थ स्वास्थ्यकर्मी शामिल थे, ग्रुप-ए में कोविड पॉजिटिव रिपोर्ट वाले एसिम्प्टोमेटिक या हल्के लक्षण वाले 20 लोग थे और ग्रुप-एस में आईसीयू में भर्ती 20 गंभीर रूप से बीमार कोरोना पॉजिटिव मरीज थे। किडनी फेल्योर और हृदय रोग से जूझ रहे मरीजों को इस स्टी से दूर रखा गया था।
स्टडी के निष्कर्ष :
इस अध्ययन के प्रिंसिपल साइंटिस्ट एलएनजीपी हास्पिटल में डिपार्टमेंट आफ आर्थोपेडिक्स के प्रोफेसर डा. अजय गुप्ता ने बताया कि ग्रुप-एस में 20 में से 14 (70 फीसद) की बीमारी के कारण मृत्यु हो गई। टीबी के खिलाफ शरीर की प्रतिरक्षा मापने वाले क्वांटिफेरोन टीबी गोल्ड टेस्ट में सभी नेगेटिव पाए गए। अधिक महत्वपूर्ण यह था कि गंभीर रूप से बीमार 6 मरीजों में से पांच, जो जिंदा बचे, वे क्वांटिफेरॉन टीबी गोल्ड टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए। जबकि छठे मरीज में टाइफाइड के खिलाफ उच्च स्तर के एंटीबॉडीज थे।
एम्स जेपीएन सेंटर:
एम्स जेपीएन सेंटर एवं डिपार्टमेंट आफ आथरेपैडिक सेंटर के प्रमुख डा. राजेश मल्होत्रा के अनुसार ग्रुप-एच और ए में 50 फीसद लोग क्वांटिफेरॉन टीबी गोल्ड टेस्ट में पॉजिटिव थे। इन निष्कषरे ने संकेत दिया कि लेटेन्ट टीबी या हाल ही में टीबी के जोखिम का कोविड-19 में गंभीरता और मृत्यु दर के संदर्भ में कुछ लाभकारी प्रभाव हो सकता है।
बड़े क्लीनिकल की दरकार:
वहीं दूसरी ओर जाने-माने माइक्रोबायोलॉजिस्ट डा. सरमन सिंह ने कहा कि टीबी के खिलाफ प्रतिरक्षा की सुरक्षात्मक भूमिका टीकाकरण की वजह से थी। कोविड-19 के खिलाफ कम्युनिटी एक्सपोजर से, यह साबित नहीं हुआ है। उन्होंने कहा, ‘लोक नायक की स्टडी बहुत छोटी है और इस विषय पर कुछ भी निष्कर्ष निकालना जल्दबाजी होगी। हमें विास के साथ यह बताने के लिए बड़े क्लिनिकल ट्रायल्स की आवश्यकता है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here