कांग्रेस का शाह पर चुनावी हलफनामे में देनदारी छिपाने का आरोप, भाजपा का इनकार

0
603

भारत चौहान नयी दिल्ली, कांग्रेस ने आज आरोप लगाया कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने राज्यसभा चुनाव के अपने हलफनामे में ‘अपनी देनदारी’ की बात छिपाई जबकि उनके पुत्र जय शाह ने अपने पिता के स्वामित्व वाले दो भूखंडों के नाम पर बैंकों से ऋण सुविधा ली। भाजपा ने इस आरोप को ‘बकवास और फर्जी’ करार दिया। सत्तारूढ पार्टी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि अमित शाह अपने पुत्र से जुड़ी स्वतंत्र इकाई की देनदारी को अपनी देनदारी के तौर पर नहीं दिखा सकते। शाह के खिलाफ आरोप लगाते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा कि पार्टी चुनाव आयोग से संपर्क कर यह सूचित करेगी कि भाजपा अध्यक्ष का चुनावी हलफनामा ‘गलत’ है। भाजपा अध्यक्ष अगस्त, 2017 में गुजरात से राज्यसभा के लिये निर्वाचित हुए थे। पात्रा ने कहा, ‘‘शाह के खिलाफ आरोप पूरी तरह बकवास और फर्जी हैं। अगर अमित शाह ने अपनी संपत्ति गिरवी रखते हैं तो भी इसका मतलब यह नहीं है कि देनदारी उनकी है।’’ रमेश ने यह भी आरोप लगाया कि जय शाह के स्वामित्व वाली इकाई ‘कुसुम फिनसर्व’ की शुद्ध संपत्ति छह करोड़ रुपये थी, लेकिन उसने अलग-अलग निजी एवं सहकारी बैंकों से उसे 95 करोड़ रुपये की ऋण सुविधा हासिल की। उन्होंने दावा किया कि ‘कुसुम फिनसर्व’ में जय शाह की 60 फीसदी और उनकी पत्नी की करीब 30 फीसदी हिस्सेदारी है। कांग्रेस नेता ने दावा किया कि जय शाह से जुड़ी इस कंपनी को गुजरात औद्योगिक विकास निगम (जीआईडीसी) ने पिछले साल मई में भूखंड दी और एक महीने के भीतर कंपनी ने इसी भूखंड के नाम पर 17 करोड़ रुपये का कर्ज लिया। उन्होंने यह भी कहा कि नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के सार्वजनिक उपक्रम इंडियन रिन्यूवेबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी लिमिटेड (आईआरईडीए) ने ‘कुसुम फिनसर्व’ को मध्य प्रदेश के रतलाम में पवन ऊर्जा इकाई स्थापित करने के लिए 10.5 करोड़ रुपये दि

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here