बंगाल में हो रही हिंसा के खिलाफ बीजेपी का दिल्ली में बंगाल भवन पर प्रदर्शन

0
1117

भारत चौहान नई दिल्ली, बंगाल में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस द्वारा भाजपा कार्यकर्ताओं पर किये जा रहे अत्याचारों एवं गत मई माह में दो कार्यकर्ताओं की निर्मम हत्या के विरोध में आज नई दिल्ली स्थित तृणमूल कांग्रेस के कार्यालय पर एक सप्ताह के प्रदर्शन की श्रृंखला प्रारम्भ की।
दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष मनोज तिवारी के नेतृत्व में हुये प्रदर्शन में आज सांसद रूपा गांगुली एवं रमेश बिधूड़ी, प्रदर्शन संयोजक एवं प्रदेश महामंत्री रविन्द्र गुप्ता, मंत्री सतेन्द्र सिंह, विक्रम बिधूड़ी सहित बड़ी संख्या में दक्षिणी दिल्ली संसदीय क्षेत्र के भाजपा कार्यकर्ता सम्मिलित हुये।
कार्यकर्ता तीन मूर्ति चैक पर एकत्र हुये और वहां से “बंगाल में राजनीतिक हत्यायें, बंद करो बंद करो“, बंगाल का नरसंहार नहीं सहेगा हिन्दुस्तान“ जैसे नारे लगाते हुये साउथ एवेन्यू स्थित तृणमूल कांग्रेस कार्यालय के समीप पहुंचे जहां भारी पुलिस बल ने उन्हें रोक दिया।
मनोज तिवारी ने अपने संबोधन का प्रारम्भ बंगाली में “ममता बनर्जी चोलबे ना“ के उद्घोष से किया और कहा कि सुश्री ममता बनर्जी बंगाल में हिटलर की पर्याय बन गईं हैं जिनके शासन में विपक्ष और वैचारिक विरोध के लिए कोई स्थान नहीं है। भारत का संविधान धर्म निरपेक्षता की बात करता है पर सुश्री ममता बनर्जी अपना राजनीतिक हित साधने के लिए धार्मिक तुष्टिकरण की राजनीति को बढ़ावा देती हैं और आज वह न सिर्फ बंगाल बल्कि देश में धार्मिक तुष्टिकरण का प्रतीक बन गई हैं। उनके शासन में लड़ाई नक्सलवाद से नहीं राष्ट्रवाद से हो रही है। जो कुछ बंगाल में चल रहा है वह केरल में हुई हिंसा की पुनरावृत्ति है और देश, तृणमूल कांग्रेस एवं माक्र्सवादियों के इस मिले जुले हिंसा कांडों को स्वीकार नहीं करेगा।
रूपा गांगुली ने कहा कि बंगाल में ममता बनर्जी के शासन में जो कुछ आज हो रहा है वह बंगाल के इतिहास का काला अध्याय है। भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है पर बंगाल में आज ऐसी स्थिति बन गई है कि यदि किसी गांव से तृणमूल कांग्रेस के स्थान पर किसी और दल को समर्थन मिलता है तो उस गांव को सरकारी योजनाओं से वंचित कर दिया जाता है और क्षेत्रीय नेता वहां हिंसा का खुला तांडव चलाते हैं जिस पर पुलिस मूक दर्शक बनी रहती है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here