भारत चौहान नई दिल्ली, पूर्वी दिल्ली के मंडावली में भूख के कारण तीन बच्चियों की मृत्यु के प्रति संवेदना प्रकट करने के लिए और अरविन्द केजरीवाल सरकार को उसकी जिम्मेदारी का एहसास कराने के लिए आज प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी के नेतृत्व में दिल्ली भाजपा के कार्यकर्ताओं ने प्रातः 10 बजे से 1 बजे के मध्य सांकेतिक उपवास धरना दिया। लगातार होती बारिस के बीच बड़ी संख्या में भाजपा के प्रमुख पदाधिकारियों, निगम पार्षदों एवं कार्यकर्ता आज के धरने में सम्मिलित हुये। धरने में उपस्थित कार्यकर्ताओं ने दो मिनट का मौन रखकर मृत बच्चियों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।
प्रदेश महामंत्री कुलजीत सिंह चहल द्वारा संचालित धरने को भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री सरदार आर पी सिंह, प्रदेश महामंत्री श्री रविन्द्र गुप्ता एवं प्रदेश पदाधिकारी श्री जय प्रकाश, श्री अभय वर्मा, डाॅ. मोनिका पंत, श्रीमती योगिता सिंह, श्री संजीव शर्मा, श्री सतेन्द्र सिंह, श्रीमती गुंजन नरूला, श्री अमन सिन्हा, श्री हरीश खुराना, श्री अश्वनी उपाध्याय, श्री नवीन कुमार जिन्दल, श्री अशोक गोयल, सुश्री नूपुर शर्मा, श्री प्रवीण शंकर कपूर, श्रीमती टीना शर्मा, श्री प्रत्यूष कंठ, श्री नीलकांत बक्शी, मोर्चा अध्यक्ष श्री सुनील यादव, श्री मनीष सिंह, श्री मोहन लाल गिहारा, जिला अध्यक्ष श्री नीलदमन खत्री, श्री अजय महावर, श्री कैलाश जैन, श्री रोशन कंसल, श्री अरविन्द गर्ग, श्री भारत भूषण मदान, श्री अनिल शर्मा, श्री रोहताश कुमार, श्री रामकिशोर शर्मा, डाॅ. ललित जोशी ने धरने पर बैठे कार्यकर्ताओं को सम्बोधित कर भूख और अभाव से हुई मौतों के लिए केजरीवाल सरकार को जिम्मेदार ठहराया।
उपवास में उपस्थित कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए श्री मनोज तिवारी ने कहा कि दिल्ली में आज अरविन्द केजरीवाल सरकार के रूप में एक संवेदनहीन सरकार बनी हुई है जिसके दिशाहीन कुशासन का परिणाम है कि भूख से एक साथ तीन बच्चियों की मृत्यु जैसी दुखद घटना के कारण आज देश की राजधानी की जनता को शर्मसार होना पड़ा है।
श्री तिवारी ने कहा कि यह अत्यंत दुखद है कि दुर्घटना के बाद अरविन्द केजरीवाल सरकार ने न सिर्फ पहले पीड़ित परिवार के मंडावली, पूर्वी दिल्ली का वर्षों से नागरिक होने के सत्य को झुठलाने का प्रयास किया और फिर उस परिवार को मात्र 25 हजार रूपये की सहायता राशि देने की बात कर मानवता को भी शर्मसार किया। यह दुखद है कि अपनी नैतिक एवं प्रशासकीय जिम्मेदारी से बचने के लिए अरविन्द केजरीवाल सरकार अपने अधीनस्थ एक एस.डी.एम. से एक काल्पनिक कहानी जैसी रिपोर्ट प्रस्तुत कराकर तीनों मृत बच्चियों की मेडिकल पोस्टमाॅर्टम रिपोर्ट में भूख से हुई मृत्यु की पुष्टि को झुठलाने की कोशिश कर रही है।