एम्स ट्रामा सेंटर के बादा अब ईएसआई अस्पताल में लगी आग, मचा हड़कंप – मरीजों को लेकर मची भगदड़, पुलिस और दमकल वाहन भी दौड़े – करीब डेढ़ घंटे बाद आग पर पाया काबू, स्टोर रुम में लगी थी आग

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ज्ञान प्रकाश नई दिल्ली , जैसे जैसे मौसम सूर्यदेवता की तपिस बढ़ती जा रही है वैसे वैसे राजधानी में अग्निकांड की घटनाओं में बृद्धि दर्ज की जा रही है। एम्स ट्रामा सेंटर के बाद अब पूर्वी दिल्ली के झिलमिल स्थित राज्य बीमा निगम कर्मचारी (ईएसआई) अस्पताल में आग लगने से हड़कंप मच गया। अस्पतालों में अग्निशमन व्यवस्थाओं पर सवाल खड़ा हुआ है। मंगलवार तड़के साढ़े 3 बजे झिलमिल अस्पताल में आग लगने के कारण भगदड़ मच गई। आनन फानन में तिमारदार अपने मरीजों को लेकर बाहर की ओर दौड़ पड़े। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो शुरु आत में अस्पताल में धुंआ फैला था। इससे पहले कि कुछ समझ पाते, बिजली चली गई। इसके बाद बदबू और आग की लपटें देख तिमारदार मरीजों को लेकर ऊपरी मंजिल की ओर दौड़ पड़े। कई लोग अस्पताल से जैसे तैसे बाहर आ गए।
घटनाक्रम:
अग्नि शमन विभाग के अधिकारी के अनुसार आग अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर स्थित स्टोर रु म में लगी थी। प्रारंभिक जांच में आग लगने के पीछे शॉर्ट सर्किट वजह मानी जा रही है। आग लगने के कारण धुआं दूसरी मंजिल तक पहुंच गया था, जिसके कारण मरीज वार्ड से निकलकर बाहर आ गए थे। पुलिस के मुताबिक, पुलिस को देर रात करीब साढ़े 3 बजे ईएसआई अस्पताल की दूसरी मंजिल पर आग लगने की जानकारी मिली थी, जिसके बाद दमकल की टीम के साथ पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गई। करीब 2 घंटे मशक्कत करके दमकल की टीम ने आग पर काबू पाया। बताया जा रहा है कि पुलिस को सूचना दूसरी मंजिल पर आग लगने की मिली थी, जबकि आग ग्रांउड फ्लोर पर स्टोर रूम में लगी हुई थी। दूसरी मंजिल पर सिर्फ आग का धुआं पहुंचा था। दमकल की 8 गाड़ियों कीमदद से सुबह करीब 5 बजे तक आग पर काबू पा लिया था। किसी के हताहत होने की जानकारी नहीं मिली है।
बदबू और धुआं ने कर दी हालत खराब:
अस्पताल के तिमारदारों ने बताया कि सबसे पहले वार्ड में बदबू फैली थी। बिस्तरों पर सो रहे कुछ मरीजों ने बदबू आने लगी। कुछ ही देर में पता चला कि नीचे से बदबू आ रही है और धुआं भी वार्ड में भरचु का था। इतने ही देर में नीचे से अस्पताल के कुछ कर्मचारी दौड़ते हुए ऊपर आए और उन्होंने आग लगने की जानकारी दी। फिर क्या था, आग का नाम सुनते ही तिमारदारों के होश ही उड़ गए। आनन फानन में वे मरीजों को लेकर बाहर की ओर दौड़ पड़े। कुछ तिमारदार अस्पताल से बाहर निकल चुके थे। निचली मंजिल पर धुआं ज्यादा फैलने के कारण बाकी तिमारदारों के पास ऊपर जाने के अलावा अन्य कोई विकल्प नहीं था। घटना को लेकर मंगलवार को दिनभर मरीज और तिमारदारों के अलावा डॉक्टर भी दहशत में नजर आए।

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