प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कड़कड़डूमा रैली को सम्बोधित करते हुए कहा : संविधान और तिरंगे रखते हुए ज्ञान बांटा जा रहा है और असली साजिश से ध्यान हटाया जा रहा है- नरेंद्र मोदी

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भारत चौहान नई दिल्ली, दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आज प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने सीबीडी ग्राउंड, कड़कड़डूमा में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए जहां दिल्ली के विकास में रोड़ा डालने वालों को चेतावनी दी वहीं पर दिल्ली के विकास, समृद्धि और सुरक्षा के लिए भाजपा सरकार को जरूरी बताया।

जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बीते कई दिनों से भाजपा और सहयोगी दलों के कई वरिष्ठ नेता, उम्मीदवार, कार्यकर्ता और जागरूक नागरिक जनता के बीच आकर अपनी बात रख रहे हैं, साफ-साफ दिख रहा है कि दिल्ली के लोग क्या चाहते हैं। लोकसभा चुनाव में दिल्ली के लोगों के एक-एक वोट ने भाजपा की ताकत बढ़ाई और स्पष्ट कर दिया कि वो किसका समर्थन कर रहे हैं। दिल्ली के लोगों का वोट अब दिल्ली को बदलेगा, आधुनिक बनाएगा, दिल्ली को सुरक्षित और विकसित बनाएगा, दिल्ली में रहने वाले लोगों का जीवन सरल बनाएगा। दिल्ली हिन्दुस्तान की राजधानी है जहां देश के अलग-अलग कोने के लोग रहते हैं। भारत के विभाजन के बाद जो लोग दिल्ली में आए वो यहां बस गए और तन-मन-श्रम से दिल्ली के विकास में योगदान दिया है। ये चुनाव दिल्ली के गौरव को सदी की पहचान और शान देने का संकल्प है, ये चुनाव दिल्ली के भविष्य को तय करनेवाला है इसलिए 8 फरवरी को मतदान सिर्फ सरकार बनाने के लिए नहीं बल्कि दिल्ली के के विकास को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए होगा। ये काम भाजपा ही कर सकती है क्योंकि भाजपा का संकल्प है अपने वादों को पूरा करना, जिसके के लिए लोगों का हित सबसे ऊपर है, जो नकारात्मकता नहीं सकारात्मकता में विश्वास रखती है। देश के सामने जो दशकों पुरानी चुनौती थी उसे भाजपा सुलझा रही है। दिल्ली में अनधिकृत कॉलोनियों को नियमित करने का मामला सालों से लटका हुआ था, वादे किए जाते थे, तारीख दिए जाते थे लेकिन समस्याओं को किसी ने नहीं सुलझाया। तमाम रोड़े और रुकावटों के बावजूद संसद से सीधे कानून बनाकर केंद्र की भाजपा सरकार ने दिल्ली की अनधिकृत कॉलोनियों में रहने वाले 40 लाख से भी अधिक लोगों को उनके घरों का मालिकाना हक देकर उनके जीवन का सबसे बड़ा डर खत्म कर दिया। दिल्ली में भाजपा की सरकार बनने के बाद इन कॉलोनियों में विकास के कामों को गति मिलेगी, कॉलोनी डेवलपमेंट विकास बोर्ड बनाया जाएगा, जहां झुग्गी वहां पक्का मकान दिया जाएगा। जहां झुग्गी, वहां मकान योजना के तहत ऐसा घर दिया जाएगा जिसमें शौचालय होगा, बिजली होगी, गैस कनेक्शन होगा, नल होगा, और नल में जल होगा और जल भी शुद्ध होगा। 2022 तक हर गरीब बेघर को अपना पक्का घर देने का संकल्प भी पूरा होगा, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत देश में 2 करोड़ से अधिक घर बनाए जा चुके हैं और 2 करोड़ से ज्यादा घर देने जा रही है। दिल्ली सरकार ने दिल्ली में रहने वाले गरीब-जरूरतमंद को में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत एक भी घर नहीं देने दिया और इसपर भी राजनीति की। जब तक दिल्ली में ऐसे लोग बैठे रहेंगे तब तक लोगों के भलाई के काम में रुकावटें रहेंगी क्योंकि वो राजनीति के अलावा कुछ जानते ही नहीं हैं। 2 दशक से दिल्ली के लोगों ने दुर्दशा देखी है अब इसे सही करने के लिए दिल्ली में भाजपा का आना जरूरी है।

श्री मोदी ने कहा कि देश के इतिहास में ये पहली बार हुआ है जब विपक्ष को किसी सरकार से शिकायत है, कहते हैं इतनी तेजी से एक के बाद एक बड़े फैसले क्यों ले रहे हो, इसकी जरूरत क्या है। पुरानी बुराइयां, कठिनाइयों, बंधन से मुक्ति लेने के बाद ही तो देश के विकास को गति मिलेगी और यही जनादेश है। 70 साल बाद अनुच्छेद 370 से मुक्ति मिली, राम मंदिर पर फैसला आया, करतारपुर कॉरिडोर बना, भारत-पाकिस्तान-बांग्लादेश सीमा विवाद खत्म हुआ, नागरिकता संशोधन कानून लाया गया। सालों बाद नेशनल वार मेमोरियल बना, शत्रु संपत्ति कानून लागू किया गया, वन रैंक-वन पेंशन का लाभ मिला, 1984 दंगे के दोषियों को सजा मिली, वायुसेना को नेक्स्ट जेनरेशन लड़ाकू विमान मिला, बेनामी संपत्ति कानून लागू हुआ, ब्रू शरणार्थियों का समझौता हुआ, जीएसटी लागू हुआ। ये फैसले पहले भी लिए जा सकते थे लेकिन जब स्वार्थ नीति ही राजनीति का आधार हो तो फैसले टलते भी हैं और अटकते भी है और यही कारण है कि पिछली सरकारों ने इन्हीं मुद्दों को उलझाकर कर रखा। पहली बार लाल बत्ती के रौब से भारतीयों को मुक्ति मिली, पहली बार सामान्य वर्ग के गरीबों को आरक्षण का अधिकार मिला, पहली बार 5 लाख की आय पर इनकम टैक्स जीरो हुआ, पहली बार काले धन की हेराफेरी करने वाली साढ़े 3 लाख संदिग्ध कंपनियों पर ताला लग गया, पहली बार उद्यमियों के लिए आईबीसी कानून बना, पहली बार देश के हर किसान परिवार के खाते में सीधे मदद पहुंची, पहली बार किसानों, मजदूरों, छोटे व्यापारियों को पेंशन की सुविधा मिली, पहली बार 50 करोड़ गरीबों को 5 लाख तक के मुफ्त इलाज की सुविधा मिली, पहली बार 10 करोड़ गरीब परिवारों तक शौचालय की सुविधा पहुंची, पहली बार 8 करोड़ गरीब महिलाओं को गैस कनेक्शन मिला, पहली बार ढ़ाई करोड़ से ज्यादा लोगों के घर में बिजली पहुंची, पहली बार नाबालिग से बलात्कार करने वाले केस में फांसी की सजा का प्रावधान हुआ, पहली बार मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक से मुक्ति मिली, पहली बार लोकपाल भी मिला लेकिन दिल्ली के लोग आज भी लोकपाल का इंतजार कर रहे हैं जिसके लिए आंदोलन भी हुआ था। जब नीयत साफ होती है तभी सही फैसले लिए जाते हैं, सही विकास होता है।

बजट 2020-21 का जिक्र करते हुए श्री मोदी ने कहा कि यह बजट दिल्ली के युवाओं, व्यापारियों, मध्यम वर्ग, गरीब परिवारों, महिलाओं को लाभ पहुंचाने वाला बजट है। बजट में कई सेक्टर पर ज्यादा जोर दिया गया है जो दिल्ली में विकास और रोजगार के नए अवसर प्रदान करेगा। युवाओं के लिए सरकारी नौकरियों के लिए अलग-अलग परीक्षाओं की परेशानियों से मुक्ति दिलाने के लिए एक कॉमन ऑनलाईन परीक्षा लिया जाएगा। दिल्ली के व्यापारियों और कारोबारियों को आसानी से लोन मिले इसके लिए बीते सालों में अनेक कदम उठाए गए और इस बजट में 5 करोड़ तक के टर्नओवर वाले लघु उद्यमियों को चार्टर्ड अकाउंटेंट के ऑडिट के खर्च से मुक्त करवाया। व्यापारियों को टैक्स इंस्पेक्टर परेशान न कर सके इसके लिए केंद्र सरकार ने मानवीय दखल को खत्म किया जा रहा है और इसे ऑनलाइन किया जाएगा ताकि भ्रष्ट्राचार रोका जा सके। दिल्ली-एनसीआर टेक्नॉलोजी और मैनुफैक्चरिंग हब है जिसके लिए बजट में अनेक प्रावधान किए गए है। स्टार्ट अप इकोसिस्टम मजबूती देने का भी प्रावधान है। टैक्स के नए स्लैब से लोगों को राहत मिलेगी। गरीब और मध्यम वर्गीय लोगों के जरूरत के 99 प्रतिशत चीजों पर टैक्स कम हो गया है। अगले पांच साल में इन्फ्रास्ट्रचर पर काम होगा जिसके तहत रेलवे, सड़क, मेट्रो के विस्तार होगा और रोजगार के अवसर बढ़ेगे। प्रदूषण की स्थिति से निपटने के लिए फंड दिए गए हैं। बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए जन औषधि केंद्र खोले जाएंगे, जहां गंभीर बीमारियों की दवाईयां भी बाजार से सस्ते दामों पर मिलेंगे। दिल्ली के लोगों के साथ स्वास्थ्य जैसे गंभीर विषय पर भी राजनीति की गई है, यहां आयुष्मान बारत योजना को लागू ही नहीं होने दिया गया। बस सेवाओं का खस्ता हाल, मेट्रो के विस्तार पर राजनीति, क्या राजनीति मानवता से भी बड़ी हो गई है? ऐसी दिल्ली की कल्पना तो दिल्लीवासियों ने भी नहीं की होगी।

बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के भाषण का उल्लेख करते हुए श्री मोदी ने कहा कि दिल्ली सरकार ने पटना से आने वाली बसों को दिल्ली में आने की अनुमति देने से मना कर दिया है। पूर्वांचल के लोगों के लिए ये कैसा पूर्वाग्रह है जो इस तरफ के फैसले करवाता है, यही वो लोग हैं जो कहते हैं कि पूर्वांचल से 500 का टिकट लेकर बिहार से लोग दिल्ली आते हैं और लाखों का इलाज मुफ्त में करवाकर चले जाते हैं। 2012 में गुजरात ने भी बिहार शताब्दी दिवस मनाया, बिहार से आने वाले लोगों को सम्मानित किया था। पूरी दुनिया में भारत के सामर्थ को बढ़ाने के लिए बिहार के लोगों की बहुत बड़ी भूमिका रही है। दिल्ली हो या देश का कोई भी कोना, हर प्रोफेशन में बिहार के लोग सर्वोतम करते दिखेंगे लेकिन उनसे भी नफरत और दुर्भावना देखकर पीड़ा होती है। कुछ लोग राजनीति बदलने आए थे, उनका नकाब उतर चुका है, उनका रूप और मकसद उजागर हो गया है। ऐसे ही लोगों ने सर्जिकल स्ट्राईक पर सवाल किया, सेना से सवाल पूछे उनपर शक किया। दिल्ली के लोग भी बम धमाकों को झेलते थे और जब बाटला हाउस में धमाकों के आरोपियों को मारा गया तो विपक्ष ने इस फर्जी एनकाउंटर बताया और दिल्ली पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। यही वो लोग हैं जो भारत के टुकड़े-टुकड़े करने की इच्छा रखने वालों को आजतक बचा रहे हैं। वोट बैंक और तुष्टिकरण की राजनीति करने वाली पार्टियां दिल्ली में विकास के लिए सुरक्षित वातावरण नहीं दे सकते हैं।

नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में हो रहे प्रदर्शन पर श्री मोदी ने कहा कि सीलमपुर हो या जामिया या शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर बीते कई दिनों से प्रदर्शन हुए, ये प्रदर्शन संयोग नहीं एक प्रयोग है, इसके पीछे राजनीति का ऐसा डिजाइन है जो राष्ट्र के सौहार्द को खंडित करने का इरादा रखती है। ये सिर्फ कानून का विरोध होता तो ये समाप्त हो जाना चाहिए था लेकिन आम आदमी पार्टी और कांग्रेस राजनीति का खेल खेल रही है और ये सारी बाते उजागर हो चुकी है। संविधान और तिरंगे रखते हुए ज्ञान बांटा जा रहा है और असली साजिश से ध्यान हटाया जा रहा है। हमारा संविधान ही देश की न्यायपालिका अदालतों का आधार है, संविधान के अनुरूप ही न्यायपालिका चलती है, लोगों को इंसाफ देती है। सर्वोच्च अदालत की यही भावना रही है कि विरोध प्रदर्शनों से सामान्य मानवीय को दिक्कत न हो, देश की संपत्ति का नाश न हो, प्रदर्शनों दौरान हिंसा, तोड़फोड़, आगजनी पर अदालतों ने नाराजगी जताई है। ये लोग अदलतों की परवाह नहीं करते हैं, जिस संविधान ने न्यापालिका को बनाया और न्यायपालिका जो कह रही है उसको मानने को तैयार नहीं और बातें करते हैं संविधान की। शाहीन बाग के प्रदर्शन से लाखों लोगों को दिक्कत हो रही है, वो समझ भी रहे हैं लेकिन वो चुप हैं और वोट बैंक की राजनीति को देखकर दिल्ली का नागरिक गुस्से में है। देश विरोधी मानसिकता को यहीं रोकना जरूरी है, साजिश रचने वालों की ताकत बढ़ी तो कल किसी और सड़क, गली या बाग को रोका जाएगा और इसे रोकने का काम सिर्फ दिल्ली के लोग ही कर सकते हैं। दिल्ली को इस अराजक वातावरण में नहीं छोड़ा जा सकता है। 8 फरवरी को दिया गया हर वोट ये बदलाव करने की ताकत रखता है। भाजपा सरकार अपने कर्तव्यों को निभाने के लिए पूरी निष्ठा से काम कर रही है। दिल्ली में भाजपा के नेतृत्व में राज्य सरकार बनने के बाद दिल्ली और यहां के लोगों के विकास को और तेज किया जाएगा। दुकानों, दफ्तरों को फ्री-होल्ड कराने का फैसला हो, सीलिंग पर प्रशासनिक और कानूनी कदम हो या फिर दिल्ली को पानी के टैंकर और कचरे से मुक्त करने का अभियान, पूरी ताकत से इन क्षेत्रों में काम होगा। दिल्ली को सुरक्षित और समृद्ध बनाने के लिए, दिल्ली को बदलने के लिए, दिल्ली में कमल खिलाना होगा। भाजपा के पक्ष में वोट करने की अपील करते हुए श्री मोदी ने कहा कि दिल्ली के लोगों का वोट केंद्र की शक्ति बढ़ाएगा इसलिए 8 फरवरी को दिल्ली के लोगों को भारी संख्या में घरों से निकलकर भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार को वोट देना है।

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