भारत चौहान नई दिल्ली, 3 अक्टूबर 2020 का दिन कोई कोंग्रेसी कार्यकर्त्ता कभी नहीं भूल सकता.ये वो दिन था जिसे इस देश के इतिहास में एक काला दिन कहा जायेगा.जिस तरह जलियावाला कांड हुआ था ऐसा ही कांड दिल्ली नोयडा दिल्ली हाइवे पर भी 3 अक्टूबर 2020 को हुआ.उस दिन हाथरस की दलित पीड़ित लड़की को इंसाफ दिलाने के लिए हम सभी कोंग्रेसी कार्यकर्त्ता श्री राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी जी के नेतृत्वा में हाथरस जाने के लिए इकठ्ठा हुए थे.लेकिन प्रशासन की सख्त पहरेदारी को देखकर लग रहा था की प्रशासन शायद कुछ और ही कारनामे को अंजाम देने की तैयारी में था.
हम सभी कार्यकर्त्ता पुरे जोश और शांति पूर्ण तरीके से वंहा इकठ्ठा होकर आगे बढे ही थे की पुलिस ने अचानक बिना कुछ बताये कार्यकर्ताओ पर बुरी तरह लाठीचार्ज कर दिया जिसमे सैंकड़ो कार्यकर्ताओ को गंभीर चोटें आयी.मुझे भी बुरी तरह लाठियों से पीटा गया.
ये दास्ताँ दिल्ली पत्रिका को एक कोंग्रेसी कार्यकर्त्ता कमांडो कमल किशोर ने बताई उन्होंने कहा की एक के बाद एक कार्यकर्त्ता मारे जा रहे थे पिटाई से लहूलुहान हो रहे थे लेकिन पुलिस को जैसे कोई फर्क नहीं पड़ रहा था.
प्रियंका गाँधी और राहुल गाँधी जी के साथ भी खूब धक्का मुक्की की गयी.पुलिस की लापरवाही की सीमा यही ख़त्म नहीं होती है.घायल कार्यकर्ताओ को इलाज के लिए एम्बुलेंस तक मुहैया नहीं करवाई गयी लोगो ने खुद अस्पताल जाकर अपना इलाज करवाया.कमांडो कमल किशोर ने कहा की भले ही योगी सरकार कितना भी जुल्म कर ले एक दिन जनता उन्हें जवाब देगी.आज उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था बेहद ख़राब है लेकिन मुख्य्मंत्री योगी आदित्यनाथ को इससे कोई फर्क नहीं पद रहा है.उन्होंने कहा की आज भले ही हमारा हौसला तोड़ने की कोशिश की गयी हो लेकिन हमारे इरादे कभी कम नहीं हो सकते है एक दिन आएगा जब हम इस सरकार को उखाड़ फेकेंगे.