मंदिरों में गुरु तेग बहादुर और गुरूद्वारों में दस गुरूओं की फोटो लगे: शांडिल्य

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चंडीगढ़, 12 दिसम्बर। एंटी टेररिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने आज कहा कि ब्रामणों के तिलक और जनेऊ तथा ¨हदू धर्म की रक्षा करते हुए अपना अपने शीश का बलिदान देने वाले गुरू तेग बहादुर की प्रतिमा देश के हर ¨हदू मंदिरों और धर्मशालाओं में लगानी चाहिए।

श्री शांडिल्य ने गुरु तेग बहादुर जी के शहीदी दिवस पर अपने एक बयान में कहा कि ब्रामण समाज गुरू तेग बहादुर के बलिदान का एहसान नहीं चुका सकता लेकिन अपने मंदिरों और धर्मशालाओं में उनकी प्रतिमाएं लगाकर उनकी पूजा तो कर सकता है। उन्होंने ¨हदुओं से गुरू तेग बहादुर का शहीदी और जन्म दिवस बनाने,अपने घरों में उनके चिा लगाने तथा बच्चों को यह बताने का आहवान किया कि किस तरह पूरे देश को मुसलमान बनाने हसरत रखने वाले औरंगजेब को रोकने के लिए गुरू तेग बहादुर ने अपने शीश का बलिदान कर दिया था।

¨हदू तख्त के राष्ट्रीय प्रचारक ने कहा कि आज कि समय में गुरूद्वारों में ¨भडरावाले के वजाय दस गुरूओं की फोटो लगाई जानी चाहिये ताकि सभी धर्मों के लोगों को उनकी कुर्बानी का पता चल सके। उन्होंने कहा कि दुख की बात है कि आज के युवाओं को ¨भडरावाले के बारे में तो पता है लेकिन उन्हें गुरू तेज बगादुर और उनके छोटे साहिबजादों की कुर्बानी के बारे में कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि कट्टरपंथी स्वयं को गुरू का सिख बताते हैं लेकिन गुरूओं की सोच देश की एकता और अखंडता को तोड़ने की नहीं थी। उन्होंने कहा कि किसी भी कीमत पर देश में खालिस्तान का नारा बुलंद नहीं होने दिया जाएगा।

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