ट्रंप के झगड़ों ने बढाया जी20 सम्मेलन में तनाव

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भारत/ज्ञान
ब्यूनस आयर्स, 30 नवंबर। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के रूस के साथ तनावपूर्ण रिश्तों और व्यापार व जलवायु परिवर्तन को लेकर उनके अड़ियल रवैये को लेकर उपजे तनाव के बीच अज्रेंटीना की राजधानी में जी20 शिखर सम्मेलन शुरू हो गया। यूक्रेन विवाद और सऊदी अरब के साथ तनावपूर्ण रिश्तों की पृष्ठभूमि में ट्रंप, रूस और चीन के राष्ट्रपतियों समेत दुनिया के तमाम नेताओं के साथ यहां मौजूद हैं। जी20 से इतर ट्रंप को अपने ‘‘अमेरिका पहले’’ एजेंडे के लिये उत्तर अमेरिकी मुक्त व्यापार करार एनएएफटीए की जगह अमेरिका-मैक्सिको-कनाडा करार (यूएसएमसीए) पर हस्ताक्षर के साथ एक तरह से पहली जीत हासिल हुई। नए करार में यद्यपि पुराने समझौते के अहम तत्व मौजूद हैं, उन्होंने इसे अमेरिकी कर्मियों के लिये जीत बताया जिन्हें उनके मुताबिक एनएएफटीए के जरिये धोखा दिया जा रहा था। उन्होंने शुक्रवार को इसे इतिहास का सबसे आधुनिक और संतुलित समझौता करार दिया। ट्रंप ने ब्यूनस आयर्स में हस्ताक्षर समारोह में कहा,‘‘यह एक आदर्श समझौता है जिससे व्यापार का परिदृश्य हमेशा के लिये बदल जाएगा।’’ यह परिदृश्य रूस के लिये ज्यादा असंतुलित था। रूस द्वारा यूक्रेन के जहाजों और नाविकों को बंधक बनाए जाने की हाल की घटना का हवाला देकर ट्रंप द्वारा पूर्वनियोजित बैठक अचानक रद्द कर दी थी लेकिन चीन के साथ व्यापार युद्ध शुरू करने के बाद भी वह शनिवार को राष्ट्रपति शी चिनंिफग के साथ बैठक करेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति ने शुक्रवार की शुरुआत एक और ट्विटर धमाके से की जिसमें उन्होंने रूस के साथ अपने पूर्व के कारोबार को जायज ठहराया। यह तब है जब एक दिन पूर्व ही उनके पूर्व वकील को संसद से झूठ बोलने का दोषी पाया था। वकील ने ट्रंप के व्हाइट हाउस के लिये निर्वाचित होने में पुतिन सरकार के दखल के आरोपों के सिलसिले में संसद में बयान दिया था। ट्रंप के साथ बातचीत रद्द करने के पीछे यूक्रेन को कारण बताया जा रहा था लेकिन जांच में हुए नए खुलासों से यह साफ है कि ट्रंप जी20 जैसे अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपने घर में लंबी होती उस परछाई से बच नहीं सकते जिसे वह एक बार फिर ‘‘पीछे पड़ना’’ करार दे रहे हैं। पुतिन शुक्रवार को अज्रेंटीना की राजधानी पहुंचे और रूस ने कहा कि बैठक रद्द करने के ट्रंप के फैसले का उसे ‘‘अफसोस’’ है। यूक्रेन संकट के बीच यूरोपीय संघ के अध्यक्ष डोनाल्ड टस्क ने कहा कि उन्हें ‘‘विास’’ है कि यूरोपीय संघ अगले महीने रूस पर लगे अपने प्रतिबंध वापस ले लेगा। जी20 मोच्रे पर उन्होंने कहा कि दुनिया कुल मिलाकर ‘‘मुश्किल दौर’’ से गुजर रही है। संकटग्रस्त अज्रेंटीना में वि नेताओं की लंबी चौड़ी बातों के खिलाफ प्रदर्शनकारियों ने विशाल रैलियां निकालने की बात कही है। अज्रेंटीना में हाल में प्रतिद्वंद्वी फुटबॉल समर्थकों के बीच कींिहसा से अशांति नियंत्रित करने की पुलिस की क्षमता पर सवाल खड़ा हो गया है।

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