एनएचपीसी में सरकार की हिस्सेदारी बिक्री के बारे में कोई औपचारिक सूचना नहीं: एनटीपीसी

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भारत चौहान मुंबई, सार्वजनिक क्षेत्र की एनटीपीसी को पनबिजली कंपनी एनएचपीसी में सरकार की हिस्सेदारी सार्वजनिक क्षेत्र की सबसे बड़ी बिजली कंपनी को बेचने की कथित योजना के बारे में कोई औपचारिक सूचना नहीं मिली है। ऐसी खबरें हैं कि सरकार अपने विनिवेश लक्ष्य को पूरा करने के लिये एनएचपीसी में अपनी हिस्सेदारी एनटीपीसी को बेच सकती है। एनटीपीसी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक गुरदीपंिसह ने कहा, ‘‘इस बारे में फिलहाल सरकार से कोई औपचारिक सूचना नहीं मिली है।’’ हालांकि उन्होंने कहा कि कोई भी सौदा अगर उचित मूल्य पर हो तो वह बेहतर होता है। इसके जरिये उन्होंने यह संकेत दिया कि अगर सरकार ऐसी कोई योजना को वास्तविक रूप देती है तो बिजली कंपनी सार्वजनिक क्षेत्र की पनबिजली कंपनी लेने को तैयार होगी। कुछ मीडिया में आयी खबरों के अनुसार सरकार एनएचपीसी में अपनी हिस्सेदारी एनटीपीसी को बेचने की योजना बना रही है। अगर ऐसा होता है तो सार्वजनिक क्षेत्र की बिजली कंपनियां सुदृढ होंगी। साथ ही सरकार को विनिवेश लक्ष्य को हासिल करने में भी मदद मिलेगी। एनटीपीसी का एकल आधार पर शुद्ध लाभ जून को समाप्त तिमाही में 1.14 प्रतिशत घटकर 2,588.14 करोड़ रुपये रहा। कंपनी की कर्ज योजना के बारे में पूछे जाने परंिसह ने कहा कि कुल पूंजी व्यय 23,000 करोड़ रुपये रहेगा। इसमें से 30 प्रतिशत आतंरिक साधनों से जबकि शेष बाजार से जुटाये जाएंगे। यह पूछे जाने पर कि क्या कंपनी बिजली क्षेत्र में दबाव वाली संपत्ति खरीदने पर विचार कर रही है,ंिसह ने कहा, ‘‘करीब 10,000 से 12,000 मेगावाट क्षमता की संपत्ति बेहतर है और इतनी ही क्षमता की परियोजनाएं अच्छी संपत्ति नहीं हैं। इसीलिए हमें इस संदर्भ में सावधान रहने की जरूरत है।’’ एनटीपीसी की कुल स्थापित उत्पादन क्षमता 53,651 मेगावाट है।

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