भारत चौहान नई दिल्ली , अपनी जिंदगी को दांव पर लगाकर राउंड द क्लाक कोरोना वायरस संक्रमितों का जीवन बचाने में जुटे डाक्टर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स के साथ र्दुव्यवहार,गाली गालौच और मारपीट के मामलों में कमी नहीं आ रही है। दिल्ली सरकार के लोकनायक अस्पताल के कोरोना वार्ड 5ए में अब कोरोना वारियर्स एक महिला डाक्टर पर कथित तौर पर हमला करने के साथ ही अभद्र टिप्पणी करने और बाहर देख लेने की धमकी देने का मामला सामने आया है। दु:खद यह है कि अति सीमित संसाधनों में संक्रमितों की जान बचाने में जुटे कोरोना वारियर्स के साथ तबलीगी जमात के लोगों का यह व्यवहार अब तो असहनीय होता जा रहा है। घटनाक्रम के अनुसार 25 साल का जमाती मरीज यहां एडमिट था। वार्ड 5ए में मौजूद महिला डॉक्टर पर उसने अभद्र टिप्पणियां की। पुरु ष स्टाफ ने बचाव किया तो बाकी भीड़ उग्र हो गई। मजबूरन डॉक्टर्स को अपने ड्यूटी ऑफिस में छिपना पड़ा। वहां मरीजों ने इकट्ठा होकर दरवाजा तोड़ने की कोशिश की।
दिल दहला देने वाली हरकत:
जमातियों की हरकत से परेशान डॉक्टर्स ने अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डा. जेसी पासी से शिकायत की है। इसके मुताबिक, मरीज ने एक महिला रेजिडेंट डाक्टर को गालियां देना और अश्लील टिप्पणियां करना शुरू कर दिया। जब साथी डाक्टर्स ने विरोध किया तो वार्ड के कई और मरीज जुट गए और डॉक्टर-स्टाफ को धमकाने लगे। सभी कर्मचारी भागकर ड्यूटी रूप में छिप गए तो भीड़ वहां पहुंचकर दरवाजा तोड़ने की कोशिश करने लगी। डॉक्टर्स ने शिकायत में कहा है कि ना तो सीएमओ, ना ही सिक्योरिटी वालों ने उनकी मदद की। डा. पासी ने कहा कि मामले का गंभीरता से लिया गया है। डाक्टरों की मांगें जायज है जिसे पूरा किया जा रहा है। इस बीच आरडीए के सदस्य डा. संजीव ने कहा कि गार्ड को पीपीई किट नहीं थी दूसरे वार्ड से जब उन्हें पीपीई किट दी गई तो वे अंदर आए। जूनिर रेजिडेंट्स इस घटना से खासे भयभीत हैं। उनका कहना है जब तक हमें सुरक्षा नहीं दी जाएगी हम भला कैसे संक्रमितों का इलाज करेंगे।
वारियर्स ने कहा कि दो सुरक्षा फिर करेंगे इलाज:
आरोपी मरीज के खिलाफ अस्पताल एफआरआई दर्ज कराए। सभी कोरोना वार्डस में हथियारबंद पुलिवालों की ड्यूटी लगे।
लापरवाही बरतने वाले सिक्योरिटी ऑफिसर को सस्पेंड किया जाए। सर्जिकल वार्ड में ड्यूटी पर तैनात सिक्योरिटी के खिलाफएक्शन। फ्लोर इंचार्ज से जवाब मांगा जाए और उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई हो।
जैन ने दी सफाई:
स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा है कि यह हमले का नहीं, बल्कि अभद्र व्यवहार का मामला है। मामले में एफआईआर दर्ज की जा रही है। इलाज के बाद मरीज को पुलिस के हवाले कर दिया जाएगा। हमने अस्पतालों सुरक्षा बढ़ा दी है।
जमाती अपनी बुरी आदतों नहीं आ रहे हैं बाज:
जमातियों के डॉक्टर्स-मेडिकल स्टाफ के साथ बदसलूकी का यह पहला मामला नहीं है। इसी अस्पताल में दो जमाती पहले कथित तौर पर डाक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ के थूका था, फिर उसमें से एक 5वीं मंजिल की खिड़की का शीशा तोड़कर भागने का प्रयास किया था। नरेला और तुगलकाबाद क्वारंटीन में भी डाक्टर्स से र्दुव्यवहार कर चुके हैं। नरेला से दो जमातियों पर स्टाफ को तंग करने का आरोप लगा था। दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी।