भारत चौहान नई दिल्ली, दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया द्वारा राम जन्मभूमि पर यूनिवर्सिटी बनाने की सलाह देने पर प्रतिक्रिया देते हुये कहा कि राम जन्मभूमि पर राम मंदिर बनाने का कार्य करोड़ो हिन्दुओं की आस्था से जुड़ा हुआ है लेकिन आम आदमी पार्टी का राम मन्दिर का विरोधी होना दिल्ली में मुस्लिम मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए किया गया नाटक मात्र है। केजरीवाल द्वारा अपनी छवी को मुस्लिम हितैषी दिखाना केवल तुष्टिकरण की राजनीति कर अपने निजी राजनैतिक स्वार्थ सिद्ध करने के लिए किया गया है। दिल्ली की कुल आबादी में मुस्लिम मतदाताओं को साधने के लिए आम आदमी पार्टी इस तरह के साम्प्रदायिक बयान देती रहती है।
तिवारी ने कहा कि आम आदमी पार्टी हिन्दू धर्म विरोधी बयान देकर केवल अपनी राजनिति को धर्म का रंग देना चाहती है ताकि कोई भी साढ़े तीन वर्ष के कार्यकाल की नाकामियों के बारे में उनसे प्रश्न न कर सकें। दिल्ली के विकास से जनता का ध्यान भटका कर उन्हें साम्प्रदायिकता के जाल में उलझायें रखना केजरीवाल की औछी मानसिकता की उपज है। दिल्ली की जनता के टैक्स की गाढ़ी कमाई पर 100 करोड़ का हज हाउस बनाना ठीक है लेकिन राम मन्दिर करोड़ो हिन्दुओं की आस्था का प्रतिबिम्ब है और उसे लेकर उपमुख्यमंत्री का कहना कि राम जन्मभूमि पर स्कूल या विश्वविद्यालय बनवा देना चाहिए तुष्टीकरण की राजनीति करना है जो कि आम आदमी पार्टी हमेशा से करती आयी है।
तिवारी ने कहा कि वर्ष 2017 में बवाना उपचुनाव में केजरीवाल ने मुस्लिम मतदाताओं की संख्या को देखते हुये, राजनीतिक फायदा उठाने के इरादे से, कौम के नाम मंत्री इमरान हुसैन का फरमान और केजरीवाल का एक पोस्टर लगवाया जिसमें मुस्लिम मतदाताओं से धर्म के नाम पर वोट देने की अपील की गई थी। फरवरी,2018 में दिल्ली के खजूरी रैली से पहले लगे पोस्टर में केजरीवाल ने खुद को बताया मुसलमानों का मसीहा और 2014 लोकसभा चुनाव से पहले केजरीवाल खिलाफत हाउस पहुंचे जहां मुस्लिम बुद्धिजीवी को अपने पक्ष में करने की कोशिश की। मुस्लिमों के पक्ष में और हिन्दुओं के खिलाफ बयान देना व परिस्थिती अनुसार राजनीति करना आम आदमी पार्टी के मुखिया केजरीवाल की मुस्लिम हमदर्द छवि का मुख्य हिस्सा है। राम मन्दिर पर उपमुख्यमंत्री का बयान करोड़ो हिन्दुओं की आस्था पर चोट के समान है जिसका दिल्ली भाजपा विरोध करती है और मुस्लिम भाई-बहनों से ये अनुरोध करती है कि राजनीति में आम आदमी पार्टी के दोहरे चरित्र पर संज्ञान लेते हुये आपसी भाई-चारा बनाये रखे और देश में अमन शांति से एक साथ मिलकर ऐसी नकारात्मक विचारधारा से लड़ने का काम करें।