ज्ञानप्रकाश
नई दिल्ली , कैंसर मरीजों को उपचार सुविधा उपलब्ध कराने के लिए दिल्ली सरकार जल्द ही नरेला इलाके में स्थित सत्यवादी राजा हरिश्चंद्र अस्पताल में ही अलग से कैंसर अस्पताल शुरु करेगी। अभी तक यहां कैंसर मरीजों को उपचार की सुविधा नहीं है न ही दुर्घटनाग्रस्तों के ही सलाज की सुविधा स्थापित हो सकी है।
स्वास्थ्य विभाग ने पायलट के तौर पर यहां फिलहाल कैंसर स्क्रीनिंग ओपीडी प्रारंभ की है। जिसमें स्क्रीनिंग कराने के लिए नरेला क्षेत्र के अलावा सोनीपत, पानीपत के लोग भी पहुंच रहे हैं। स्वास्थ्य सचिव संजीव खिरवाल के अनुसार दिल्ली सरकार ने 270 करोड़ रु पये की लागत बनने वाले इस कैंसर अस्पताल एवं ट्रामा सेंटर के निर्माण के लिए अपनी प्रोजेक्ट रिपोर्ट नीति आयोग को कुछ माह पहले भेजी थी। जिसे कुछ बदलाव के साथ स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। इस अस्पताल से बनने से हर दिन कम से तीन से 400 अधिक हाइवे पर होने वाले दुर्गटनाग्रस्तों को सटीक ट्रामा टर्सरी सेवाएं प्रदान करेगी। जिससे उनका जीवन और विकलांगता की संभावनाओं को कम किया जा सकेगा। एक अधिकारी ने कहा कि नीति आयोग के बाद दिल्ली सरकार के वित्तीय विभाग ने बजट को मंजूरी दे दी है। इस योजना क निर्माण की जिम्मेदारी लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) को दी गई है। विभाग इसके लिए मास्टर प्लान भी तैयार कर रहा है। इसके तहत छह मंजिला अस्पताल में चार ब्लॉक होंगे। जिसका शिलान्यास मई माह के अन्तिम सप्ताह किया जा सकता है। एक अधिकार ने कहा कि दिसंबर 2020 तक अस्पताल का निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा है। इसके अलावा कैंसर अस्पताल में 500 बिस्तरों की क्षमता भी होगी।
अन्य योजनाएं भी तैयार:
दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के अनुसार कैंसर अस्पताल और ट्रामा केयर के अलावा शास्त्री पार्क स्थित जग प्रवेश अस्पताल में 500 बिस्तरों के लिए सात मंजिला इमारत बनेगी। इसके लिए सरकार ने 197 करोड़ रु पये का बजट तय किया है। वहीं डाबरी स्थित दादा देव मातृ एवं शिशु अस्पताल में भी बिस्तरों की क्षमता 60 से बढ़कर 180 हो जाएगी।