यमुना को कचरा मुक्त करना है हमारा लक्ष्य गोपाल राय

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ज्ञान प्रकाश नयी दिल्ली, पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि अगले पांच वर्षों में दिल्ली में यमुना की सफाई और जल प्रदूषण खत्म करना दिल्ली सरकार की प्राथमिकताएं हैं। राय ने कहा कि इन दोनों कार्यो के बाद दिल्ली सरकार रिवरफ्रंट विकास कार्य भी करेगी। उन्होंने दिल्ली गेट के पास अपशिष्ट शोधन संयंत्र(एसटीपी) का निरीक्षण करने के बाद कहा, ‘‘हमारा ध्यान यमुना की सफाई और अगले पांच वर्षों में स्थानीय जलस्रोतों के कचरे को खत्म करना है जिससे कचरा बहकर नदियों में ना चला जाए। जब हम इस लक्ष्य को हासिल करने में सफल हो जाएंगे तो हम यमुना रिवरफ्रंट को विकसित करने का काम करेंगे।’’ दिल्ली में प्रदूषित जल और अपशिष्ट शोधन के लिए 35 संयंत्र लगाए गए हैं जहां प्रदूषित जल से कचरा अलग कर कृषि उपयोग के लिए खाद बनायी जाती है। राय ने कहा कि नजफगढ और शाहदरा नजफगढ और शाहदरा नालों के पानी का शोधन प्रक्रिया में है। यह यमुना नदी में प्रवाहित होने वाले कुल प्रवाह का लगभग 60 प्रतिशत है। मंत्री ने कहा, ‘‘दिल्ली सरकार छह पैकेजों में इंटरसेप्टर सीवर प्रोजेक्ट (आईएसपी) को लागू कर रही है, जिसके तहत इन नालियों में बहने वाले अपशिष्ट जल को रोक कर शोधन के लिए एसटीपी में ले जाया जाएगा। इंटरसेप्टर सीवर प्रोजेक्ट 31 मार्च तक पूरा होने की संभावना है।’’ उन्होंने सुझाव दिया कि इस कार्य को सुचारू रूप से पूरा करने के लिए दिल्ली जल बोर्ड के साथ निकट समन्वय की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि संयंत्र जैविक ऑक्सीजन डिमांड (बीओडी) के 6-8 मिलीग्राम / लीटर के स्तर को बनाए रखता है। इसे 10 मिलीग्राम / लीटर स्तर के लिए डिजाइन किया गया था। उन्होंने कहा, ‘‘इससे दिल्ली भर में अच्छी गुणवत्ता वाले जल शोधन तंत्र की स्थापना में मदद मिलेगी।’’ पर्यावरण मंत्री के रूप में कार्यभार संभालने के बाद राय ने दिल्ली प्रदूषण नियंतण्रसमिति के अधिकारियों के साथ बैठक की और पर्यावरण समस्या के समाधान के लिए कार्य योजना तैयार की।

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