एनआरसी के बारे में प्रधानमंत्री के बयान पर बिफरा विपक्ष

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ज्ञान प्रकाश नयी दिल्ली , देशभर में एनआरसी लागू कराने पर सरकार द्वारा कभी चर्चा नहीं किए जाने संबंधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टिप्पणी पर विपक्षी दलों ने सोमवार को तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भाजपा देश को बेवकूफ बनाने का प्रयास कर रही है जबकि वाम दलों ने उन पर झूठ बोलने का आरोप लगाया। राकांपा प्रमुख शरद पवार ने मोदी के बयान पर हैरानी जतायी और कहा कि राष्ट्रपति रामनाथ कोंिवद ने संसद के दोनों सदनों में अपने संयुक्त संबोधन में देशभर में एनआरसी लागू करने की सरकार की योजना के बारे में बात की थी। विपक्ष ने जहां देशव्यापी एनआरसी पर मोदी के दावों का खंडन किया, वहीं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता शिवराजंिसह चौहान ने कहा कि विस्तृत चर्चा करने के बाद ही इसे लागू किया जाएगा। राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के मुद्दे पर, खासतौर से मुस्लिम समुदाय के लोगों की आशंकाओं को दूर करने की कोशिश करते हुए प्रधानमंत्री ने रविवार को दिल्ली में एक रैली में कहा कि उनकी सरकार ने 2014 में पहली बार सत्ता में आने के बाद से कभी इस पर चर्चा नहीं की। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस विवादास्पद मुद्दे (एनआरसी) पर न तो उनकी सरकार ने, ना ही कैबिनेट या संसद ने चर्चा की है । उन्होंने इस बात का जिक्र किया कि यह शीर्ष न्यायालय के आदेश के बाद अब तक सिर्फ असम में कराया गया है। विपक्षी कांग्रेस ने कहा कि भाजपा ने झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए अपने घोषणापत्र में दावा किया कि वह एनआरसी लागू करेगी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि देशभर में इसे लागू किया जाएगा लेकिन प्रधानमंत्री अब ठीक इसके उलट कह रहे हैं। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, ‘‘ साहेब दिल्ली में बोलते हैं कि एनआरसी पर कोई चर्चा नहीं हुई, पर 28 नवम्बर को झारखंड चुनाव के घोषणापत्र में भाजपा एनआरसी लागू करने का वायदा करती है।‘‘ उन्होंने कहा, ‘‘अब दो बातें बताएँ – पहली कि क्या प्रधानमंत्री और गृह मंत्री में सामंजस्य नहीं है ? दूसरी बात यह कि क्या सत्ता और संगठन के बीच खट-पट है या दोनों मिल कर देश को बेवकूफ बना रहे हैं ?’’ उन्होंने कहा ‘‘मोदी जी दिल्ली में कहते हैं कि कोई एनआरसी नहीं, कोई डिटेन्शन सेंटर नहीं है। अमित शाह बंगाल में और संसद में कहते हैं -पूरे देश में एनआरसी लागू होगा। भाजपा (लोकसभा व झारखंड घोषणापत्र में कहती है) -एनआरसी लागू करेगी। मोदी सरकार लोकसभा में कहती है कि डिटेन्शन सेंटर में 1133 लोग हैं। कितना बेवकूफ बनाओगे देश को?’’ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री एक बात कहते हैं। गृह मंत्री दूसरी बात कहते हैं। ’’ पार्टी के प्रवक्ता संजय झा ने कहा कि ना तो एनआरसी और न ही नागरिकता (संशोधन) कानून समूचे देश में लागू होगा। जब तक हम औपचारिक तौर पर नहीं सुन लेते, भारत सरकार आधिकारिक रूप से कह नहीं दे, इस तरह के भ्रामक बयानों पर ध्यान नहीं दें। पवार ने मुंबई में पत्रकारों से कहा कि केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में इस संबंध में टिप्पणी भी की थी। पवार ने कहा, ‘‘ जब एक बड़ी नीति लाई जाती है, तो सरकार के स्तर पर एक चर्चा होती है। इस तरह की नीति उसके बिना देश के सामने नहीं आएगी। वही दूसरी ओर देश के गृह मंत्री ने संसद में कहा था कि वे देशभर में एनआरसी लाएंगे। ’’ इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री के दावे को खारिज करने की मांग करते हुए पवार ने कहा कि राष्ट्रपति रामनाथ कोंिवद ने संसद के दोनों सदनों में अपने संयुक्त संबोधन में देशभर में एनआरसी लागू करने की सरकार की योजना के बारे में बात की थी। दिल्ली स्थित रामलीला मैदान में रविवार को जनसभा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भाषण की माकपा ने आलोचना करते हुये इसे झूठ का पुंिलदा करार दिया है। माकपा द्वारा सोमवार को जारी बयान में कहा गया कि मोदी ने अपने भाषण में राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) सहित अन्य मुद्दों पर गलत तथ्यों का जिक्र किया है। माकपा ने दावा किया कि संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के विरोध में चल रहे देशव्यापी आंदोलनों की तीव्रता से ‘व्यथित’ होकर प्रधानमंत्री ने यह कहा कि सीएए और एनआरसी का एक दूसरे से कोई संबंध नहीं है और ना ही एनआरसी पर अभी कोई फैसला हुआ है। पार्टी ने कहा कि इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह ने संसद के शीतकालीन सत्र में कहा था कि सीएए के बाद एनआरसी पूरे देश में लागू किया जायेगा। माकपा ने कहा, ‘‘सीएए और एनसीआर के खिलाफ देश भर में जनता के तीखे विरोध और लगभग दस राज्यों में एनआरसी लागू नहीं करने की उक्त राज्यों के मुख्यमंत्रियों की घोषणा से परेशान होकर प्रधानमंत्री मोदी ने रैली में एक साथ कई झूठ बोलकर देश की जनता को गुमराह करने की कोशिश की है।’’ पार्टी ने कहा कि भाजपा ने 2019 के आम चुनाव में अपने चुनावी घोषणापत्र में एनआरसी को पूरे देश में लागू करने का वादा किया था। भाकपा के महासचिव डी राजा ने कहा कि एक तरफ प्रधानमंत्री मोदी कहते हैं कि एनआरसी सरकार के एजेंडे में नहीं है, वहीं गृह मंत्री और भाजपा के अन्य नेता संसद और संसद के बाहर एनआरसी को लागू करने की बात कर रहे हैं। राजा ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री मोदी का कहना सही है तो क्या यह मान लिया जाये कि सरकार एनआरसी पर आगे कोई काम नहीं करेगी। जयपुर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवराजंिसह चौहान ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नागरिकता (संशोधन) कानून और एनआरसी पर लोगों के बीच भ्रम पैदा करने की कोशिश कर रही है । उन्होंने कहा, ‘‘ एनआरसी के बारे में चर्चा चल रही है और सुझाव मांगे गए हैं लेकिन भ्रम पैदा किया जा रहा है । एनआरसी भी लागू किया जाएगा लेकिन पहले विस्तृत चर्चा की जाएगी। ’’

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