ज्ञानप्रकाश तिवारी गुवाहाटी , उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने आज कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध की घटनाएं सिर्फ एक नया कानून बनाने से नहीं रूकेगी बल्कि इस तरह के अपराधों को खत्म करने के लिए राजनीतिक इच्छा शक्ति और पुरुषों की मानसिकता में बदलाव की जरूरत है। असम सरकार की नई स्वास्थ्य सेवा योजना ‘ अटल अमृत अभियान ’ की शुरुआत करने के बाद उपराष्ट्रपति ने कहा , ‘‘ यह देश आजादी के 70 साल बाद भी इस तरह की समस्याओं का सामना कर रहा है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि देश के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं के खिलाफ अपराध हो रहे हैं। जब मामले होते हैं तो हम लोग परेशान हो जाते हैं और उसके बाद भूल जाते हैं। ’’ नायडू का यह बयान ऐसे समय में आया है जब जम्मू – कश्मीर के कठुआ और उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में हुई दुष्कर्म की घटना ओं को लेकर देश भर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। उन्होंने कहा , ‘‘ सिर्फ एक विधेयक लाना काफी नहीं है। अकेले सिर्फ एक विधेयक की जरूरत नहीं है बल्कि राजनीतिक इच्छा शक्ति , सामाजिक बुराई को समाप्त करने की कुशलता .. और पुरुषों की मानसिकता में बदलाव की जरूरत है। उपराष्ट्रपति ने कहा कि राज्य और केंद्र सरकार को इस तरह के ‘ नृशंस अपराध ’ रोकने के लिए कानून को कड़ाई से लागू करने चाहिए।